नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2024 को दो चरणों की वोटिंग पूरी हो चुकी है। अब दूसरे दौर में मतदान प्रतिशत के आंकड़े पर बहस छिड़ गई है। विपक्षी नेताओं ने इस मामले में चुनाव आयोग पर सवाल खड़े किए हैं। राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने चुनाव आयोग से कई सवाल किए हैं।
कपिल सिब्बल ने पूछा – 11 दिन क्यों लगे?
कपिल सिब्बल ने चुनाव आयोग से सवाल किया कि सुप्रीम कोर्ट का ईवीएम पर फैसला आया है। कोर्ट ने लोगों से कहा कि उन्हें चुनाव आयोग पर विश्वास रखना चाहिए। लेकिन क्या चुनाव आयोग भरोसे के लायक है? पहले चरण के मतदान के बाद इसका डेटा 11 दिन बाद अपलोड किया गया। जिसमें भी केवल वोटों के प्रतिशत को दिखाया गया, संख्या नहीं। चुनाव आयोग को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके यह साफ करना चाहिए कि डेटा जारी करने में 11 दिन क्यों लगे? क्योंकि जब संदेह उठता है तो लोगों का भरोसा कम हो जाता है।
फॅार्म 17 सी वेबसाइट पर क्यों नहीं अपलोड किया गया?
कपिल सिब्बल ने चुनाव आयोग से कहा कि चुनाव आयोग लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के मुताबिक फॅार्म 17 सी है। इस फॅार्म में पोलिंग बूथ पर कुल मत, प्रतिशत, पोलिंग स्टेशन का नाम, कंट्रोल यूनिट, बैलेट यूनिट की पहचान, उस लोकसभा क्षेत्र में कुल वोटर, प्रत्याशी का नाम डाला जाता है। यह फॅार्म पोलिंग एजेंट के पास रहता है। मेरा सवाल यह है कि चुनाव आयोग इस फॅार्म को अपनी वेबसाइट पर अपलोड क्यों नहीं करता?
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