नई दिल्ली : भारत के बाहर विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं में पदक जीतने वाले एथलीटों के लिए एक बड़ी खुशखबरी, आगे चलकर खेल भारत के पदक विजेताओं को खेल कोटा के माध्यम से सरकारी पदों पर भर्ती में प्राथमिकता मिलेगी, और इससे पहले अंतरराष्ट्रीय और घरेलू स्तर पर पदक जीतने वाले एथलीटों को सरकारी नौकरियों के लिए प्राथमिकता दी जाती थी, लेकिन केंद्र सरकार द्वारा मंगलवार को जारी एक आदेश ने भारतीय खिलाड़ियों और पदक विजेताओं को शामिल करने के लिए एथलीटों की भर्ती और पदोन्नति के दिशानिर्देशों को बदल दियाहै और इसे भी शामिल किया है.
सरकारी नियमों के मुताबिक खेलो इंडिया यूथ गेम्स, यूनिवर्सियड्स, विंटर गेम्स और पैरालिंपिक में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को खेल कोटा के द्वारा सरकारी नौकरियों में प्राथमिकता दी जाएगी, और ये आदेश डीओपीटी की ओर से जारी किया गया है. इसने 3 अक्टूबर 2013 को जारी अपने नियमों में संशोधन किया है.
खेलो इंडिया मेडल के विजेताओं को चौथे स्थान पर सरकारी पदों के लिए प्राथमिकता दी जाएगी, और सबसे पहले वो एथलीट जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का प्रतिनिधित्व करते हैं, साथ ही दूसरे राष्ट्रीय खेल महासंघों द्वारा मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक विजेता और आईओए द्वारा मान्यता प्राप्त वरिष्ठ और जूनियर स्तर पर राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक विजेताओं को दी जाने वाली है. बता दें कि तीसरे स्थान पर ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी मेडल और खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी मेडल के विजेता हैं. चौथी प्राथमिकता खेलो इंडिया यूथ गेम्स, विंटर गेम्स और पैरा गेम्स के पदक विजेताओं को दी जाएगी. हालांकि पांचवीं प्राथमिकता नेशनल स्कूल गेम्स के पदक विजेताओं को दी जाएगी और छठी प्राथमिकता नेशनल चैंपियनशिप, नेशनल गेम्स, इंटरकॉलेजिएट गेम्स, खेलो इंडिया और स्कूल गेम्स के प्रतिभागियों को दी जाएगी.
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