Padma Shri Rajanna: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को 132 हस्तियों को पद्म अवॉर्ड से सम्मानित किया। जहां दिव्यांग सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. केएस राजन्ना को पद्मश्री से नवाजा गया। बेंगलुरु के राजन्ना जब 11 महीने की थे तभी पोलियो के कारण हाथ-पैर गंवा दिए थे। केएस राजन्ना राष्ट्रपति मुर्मू पद्म पुरस्कार से सम्मानित कर रही थी तब पीएम मोदी भी मौजूद रहें। पूरा हॉल तालियों के गड़गड़ाहट से गूंज रहा था।
पीएम का पकड़ा हाथ
केएस राजन्ना खुद भले ही दिव्यांग थे लेकिन उन्होंने फिर भी दिव्यांगों के लिए काम किया। पुरस्कार ग्रहण करने से पहले वो प्रधानमंत्री मोदी के पास गए और उनका हाथ पकड़ लिया। इसके बाद राष्ट्रपति का भी अभिवादन किया। डॉ. केएस राजन्ना को पद्मश्री मिलने की चर्चा सोशल मीडिया पर भी हो रही थी। सोशल मीडिया पर यूजर्स का कहना है कि ऐसे व्यक्ति को सम्मानित करके पद्मश्री पुरस्कार भी धन्य हो गया।
घुटनों के बल पर चलकर जी जिंदगी
बता दें कि केएस राजन्ना 11 महीने के थे जब पोलियो की वजह से उन्होंने अपने हाथ-पैर गंवा दिए। बाद में उन्होंने घुटनों के बल चलना सीख लिया। खुद को किसी को कम न समझते हुए उन्होंने दिव्यांगजनों के हित में काम करने का फैसला किया। 2013 में कर्नाटक सरकार ने उन्हें दिव्यांगों के लिए राज्य आयुक्त पद पर नियुक्त किया। हालांकि 3 साल के लिए उन्हें दिया गया पद कार्यकाल खत्म होने से पहले ही वापस ले लिया गया था लेकिन बाद में फिर से दे दिया गया।
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