Lata Mangeshkar death

 

अपनी आवाज को बनाई अपनी पहचान

लता मंगेशकर जी का जन्म 28 सितंबर 1929 को मध्य प्रदेश के इंदौर में हुआ। घर की स्थिति अच्छी नहीं थी, जिस कारण उन्हें काफी परेशानियों से जूझना पड़ा पर लता जी ने कभी हार नहीं मानी और उनके गीतों के प्रति प्रतिभा ,लगन और भारी संघर्ष से उन्होंने कामयाबी हासिल की और अपनी आवाज से पूरी दुनिया का दिल जीता।

भारत रतन और कई अवार्ड से किया गया सम्मानित

अपनी आवाज और सुरो से करोड़ो लोगो का दिल जीतने वाली लता जी 30 भाषाओं में लगभग 10 हजार नग्मे गा चुकी हैं. इस कारण उन्हें साल 1989 में दादा साहेब फाल्के अवार्ड से सम्मानित किया गया साथ ही लता जी के गीत हमेशा फैंस के बीच लोकप्रिय रहे है तभी तो उन्हें 2001 में भारत के सबसे बड़े अवार्ड भारत रत्न से भी सम्मानित किया गया था.

कैसे शुरू हुई भारत कोकिला की प्रेम कहानी

संगीत की चाह रखने वालो के मन में एक न एक बार ये सवाल जरूर आता है कि आखिर लता जी ने शादी क्यों नहीं की इसके पीछे का राज़ हम आपको बताते है कहा जाता है लता जी का प्यार अधूरा रह गया था उन्हें गरपुर राजघराने के महाराजा राज सिंह से प्यार हुआ था जो की क्रिकेट के शौक़ीन थे बताते चलें महाराजा राज सिंह लता जी के भाई हृदयनाथ मंगेशकर के दोस्त थे।

आखिर क्यों लता जी के साथ शादी के बंधन में नहीं रहना चाहते थे राज सिंह

खबरों के मुताबिक महाराजा का परिवार किसी राजघराने की स्त्री को बहु बनाना चाहता था और लता जी साधारण लड़की थी पर महाराज अपने
माता-पिता के खिलाफ जाकर शादी नहीं करना चाहते थे, इसी कारण वो आखिर तक अपने किये हुए वादे से मुकरे नहीं।

क्रिकेट के साथ महाराज का दौर

महाराज क्रिकेट के बहुत शौक़ीन थे उन्होंने लगभग 16 साल तक क्रिकेट खेला और खबरों के अनुसार 20 साल की उम्र में BCCI यानी भारतीय क्रिकेट बोर्ड से भी जुड़े साथ ही नेशनल टीम के चुनाव में भी सिलेक्टर बने इसके आलावा उन्होंने कई बार क्रिकेट टीम के साथ विदेश दौरे का भी प्रबंधन किया है

लता जी ने शादी न करने का क्या कारण बताया

जब महान गायक लता मंगेशकर जी से पूछा गया कि उन्होंने शादी क्यों नहीं की तो उन्होंने कहा घर की हालत और घर की प्रति उनकी कई जिम्मेदारियां थी जिन्हे उन्होंने कम उम्र में ही निभाना शुरू कर दिया था जिसके चलते उन्होंने कभी शादी करने के बारे में विचार ही नहीं किया