नई दिल्ली : सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बसपा का नाम लिए बिना कहा कि उनके उम्मीदवार भाजपा को फायदा पहुंचाएंगे, उन्होंने इन लोकसभा चुनावों में बसपा के साथ गठबंधन की संभावना से भी इनकार किया है. बता दें कि एक टेलीविजन कार्यक्रम में बसपा के साथ गठबंधन की संभावना के बारे में उन्होंने कहा कि समय पहले ही खत्म हो चुका है. लोकसभा चुनाव में अब कोई समय नहीं बचा है. शायद चुनाव की तारीख 15 तारीख से पहले घोषित कर दी जाए. हालांकि ऐसे में इन सबके लिए समय नहीं है, और अगले लोकसभा चुनाव में उनके साथ गठबंधन किया जाए या नहीं, इस पर विचार किया जाएगा. दरअसल बसपा प्रमुख मायावती को लाने के मुद्दे पर अखिलेश ने कहा है कि ”मैं ऐसी कोई बात नहीं कहना चाहता जिससे कोई पार्टी नाराज हो.”
बसपा से गठबंधन होने की संभावना
लोकसभा चुनाव से पहले बहुजन समाज पार्टी ने तेलंगाना में भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के साथ गठबंधन की घोषणा की है. दरअसल बीएसपी के तेलंगाना प्रदेश अध्यक्ष आरएस प्रवीण कुमार ने बीआरएस अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव से मुलाकात की और मंगलवार को चंद्रशेखर राव के साथ बैठक के बाद इस साझेदारी की घोषणा की गई है. साथ ही इससे पहले बसपा ने तेलंगाना में अकेले विधानसभा चुनाव लड़ा था,
निषाद पार्टी ने बीजेपी से की लोकसभा सीट की मांग
निषाद पार्टी के नेता और मत्स्य पालन मंत्री संजय निषाद ने बीजेपी के साथ गठबंधन में एक और लोकसभा सीट की मांग की है. उन्होंने बीजेपी की हारी हुई सीटों में से एक सीट की मांग की है, और उनका कहना है कि वो हारी हुई सीट जीतकर एनडीए को मजबूत करेंगे. इसके साथ ही निषाद ने विधान परिषद चुनाव में एक सीट की भी मांग की है. साथ ही संजय निषाद के बेटे प्रवीण निषाद को संतकबीरनगर से बीजेपी उम्मीदवार घोषित किया गया है.
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