Inkhabar
  • होम
  • देश-प्रदेश
  • Loksabha Election: लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी वित्तमंत्री सीतारमण, खुद बताईं इसके पीछे की वजह

Loksabha Election: लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी वित्तमंत्री सीतारमण, खुद बताईं इसके पीछे की वजह

नई दिल्लीः वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि वह लोक सभा चुनाव नहीं लड़ने जा रही हैं। एक टीवी कार्यक्रम में उन्होंने बताया कि पार्टी के अध्यक्ष ने उनसे लोक सभा चुनाव लड़ने के बारे में पूछा था और दक्षिण की सीट से चुनाव लड़ने की अपील की थी। आंध्र प्रदेश या तमिलनाडु की […]

Loksabha Election: लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी वित्तमंत्री सीतारमण, खुद बताईं इसके पीछे की वजह
inkhbar News
  • Last Updated: March 27, 2024 22:07:18 IST

नई दिल्लीः वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि वह लोक सभा चुनाव नहीं लड़ने जा रही हैं। एक टीवी कार्यक्रम में उन्होंने बताया कि पार्टी के अध्यक्ष ने उनसे लोक सभा चुनाव लड़ने के बारे में पूछा था और दक्षिण की सीट से चुनाव लड़ने की अपील की थी। आंध्र प्रदेश या तमिलनाडु की सीट से उन्हें उतारने की तैयारी थी लेकिन उन्होंने दस दिनों तक इस बारे में सोचने के बाद चुनाव न लड़ने का फैसला किया।

चुनाव लड़ने के लिए पैसे खर्च किए जाते हैं- सीतारमण

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि चुनाव में जिस तरीके से पैसे खर्च किए जाते हैं, उस हिसाब से मेरे पास धन नहीं है और मुझे इस बात को लेकर दुख भी है कि चुनाव में समुदाय व धर्म जैसी चीजों को जीत तय करने का आधार बनाया जाता है। इसलिए मैंने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया और मेरे लिए यह खुशी की बात है कि पार्टी अध्यक्ष भी मेरे विचार से राजी हो गए।

मतदाताओं को लुभाने का काम नहीं करना चाहिए

नई दिल्ली में बुधवार को एक कार्यक्रम में सीतारमण ने कहा कि राज्यों को पुरानी पेंशन स्कीम के नाम पर मतदाताओं को ललचाने का काम नहीं करना चाहिए। उनका इशारा उन राज्यों की तरफ था जिन्होंने वोट पाने के लिए पुरानी पेंशन स्कीम लागू करने का वादा किया था। उन्होंने बताया कि पुरानी पेंशन स्कीम को लेकर केंद्र सरकार की तरफ से गठित कमेटी सभी स्टेकहोल्डर्स से बातचीत की है।

सीतारमण ने आगे कहा कि देश के विकास के लिए केंद्र व राज्य को साथ मिलकर काम करना होगा क्योंकि सुधार करना सिर्फ केंद्र सरकार का काम नहीं है। प्रणाली को अधिक पारदर्शी बनाना होगा और केंद्र व राज्य को कोई भी नीति लागू करने में कोई भेदभाव नहीं करना होगा।