राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर कई पदक अपने नाम कर चुकीं दिव्यांग शतरंज खिलाड़ी मल्लिका हांडा (Mallika Handa) इन दिनों नौकरी के लिये दर-दर की ठोकरें खा रही हैं. इस कड़ी में उन्होने अपना दर्द छलकाते हुए सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी शेयर किया है. जिसमें उन्होने राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर कई पदक अपने नाम करने के बावजूद भी कोई सरकारी नौकरी और नगद ईनाम की राशि न मिलने की का दर्द बयां करते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, नवजोत सिंह सिद्धू और राहुल गांधी को टैग कर अपना दुख जाहिर किया है. गौरतलब है कि जहां क्रिकेट समेत अन्य तमाम खेलों में पदक जीतने पर खिलाड़ियों के ऊपर धन वर्षा होती है. उन्हें सरकारी नौकरी समेत ढ़ेर सारी सम्पत्तियों से नवाजा जाता है. लेकिन इस दिव्यांग शतरंज खिलाड़ी के कई पदक जीतने के बाद भी सौतेला व्यवहार किया जा रहा है. इतना ही नहीं मल्लिका ने अपने ट्वीट में पंजाब सरकार द्वारा किए गए वादों को पूरा नहीं करने का अफसोस जताया है.
I am very feeling Hurt and crying
Today I meet to Director ministry sports Punja
He said punjab can not give job and cash award accept to (Deaf sports)
What shall I do now all my future ruined??? @capt_amarinder @iranasodhi @ANI @vijaylokapally @anumitsodhi @navgill82 pic.twitter.com/RGmbFsFLpJ— Malika Handa??? (@MalikaHanda) September 2, 2021
I am very feeling Hurt and crying
Today I meet to Director ministry sports Punja
He said punjab can not give job and cash award accept to (Deaf sports)
What shall I do now all my future ruined?
मैं बहुत आहत और रो रही हूँ
आज मैं निदेशक खेल मंत्रालय खेल पंजा से मिली
उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार नौकरी नहीं दे सकती।
बधिर खेल के नगद पुरस्कार में
अब मैं क्या करूँ मेरा सारा भविष्य बर्बाद हो गया???
I m very feeling Hurt
31 dec I met sports minister of Punjab @PargatSOfficial
Now He said punjab Govt can not give job and Not cash award accept to (Deaf sports) because they do not have policy for deaf sports.
Cc: @CHARANJITCHANNI @sherryontopp @RahulGandhi @rhythmjit @ANI pic.twitter.com/DrZ97mtSNH— Malika Handa??? (@MalikaHanda) January 2, 2022
@PargatSOfficial sir
U have promised me that you wil provide my balance cash award which was annonced by earlier govt and also provide a good job
Today in cash award ceremny why i was not invited
Why doing this i think this is bcoz i can not speak im a deaf player why why doin? pic.twitter.com/SxvKHwbYLd— Malika Handa??? (@MalikaHanda) December 15, 2021
मल्लिका हांडा की मानें तो वे सात बार की नेशनल चैंपियन रहीं हैं. लेकिन इसके बावजूद उन्हें सरकार की तरफ से न कोई नौकरी मिली और ना ही कोई आर्थिक मदद. यहां तक कि उनके पास कोई कोच भी नहीं है. मल्लिका हांडा जालंधर के खोसला मूक बधिक स्कूल की पूर्व छात्रा हैं. मल्लिका के पिता सुरेश हांडा अकाउंटेंट का काम करते हैं. मल्लिका ने स्कूली दिनों से ही शतरंज खेलना शुरू कर दिया था।
इसके बाद मल्लिका ने 31 अक्तूबर को ट्वीट कर लिखा कि उन्होंने पंजाब के नए मुख्यमंत्री चन्नी से भी मुलाकात की. चन्नी ने उन्हें आश्वासन भी दिया कि पंजाब सरकार उन्हें जॉब देगी और उनके पदकों का सम्मान करेगी, आपको बता दें मल्लिका खेलमंत्री परगट सिंह समेत पंजाब सरकार और विपक्ष के कई बड़े नेताओं से भी मुलाकात कर चुकी हैं. बावजूद उन्हें अबतक सरकारी नौकरी नहीं मिली है।