नई दिल्ली. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी 18 सितंबर यानि आज नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलेंगी. दोनों की बैठक लगभग 4.30 बजे होने की संभावना है. ममता बनर्जी ने अपनी यात्रा को शिष्टाचार बैठक के रूप में वर्णित किया है. उन्होंने कहा है कि इस बैठक में वो केंद्रीय फंड्स जैसे विभिन्न मुद्दों को उठाएंगी जो राज्य के लिए दिए जाने थे. बैठक से पहले ममता बनर्जी ने मीडिया से कहा कि वह बैठक के दौरान राज्य के नाम परिवर्तन और सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों, पीएसबी के विलय जैसे मामलों को भी उठाएंगी.
ममता बनर्जी ने कहा, मैं बहुत कम ही नई दिल्ली जाती हूं. यह एक रूटीन काम है. इस बार मैं उनसे फंडों के बारे में बात करने जा रही हूं जो पश्चिम बंगाल को मिलने चाहिए. मैं पश्चिम बंगाल का नाम बदलने जैसे मुद्दों पर भी प्रकाश डालूंगी. जुलाई 2018 में, पश्चिम बंगाल विधानसभा ने पश्चिम बंगाल राज्य के नाम को बदलकर बांग्ला रखने का प्रस्ताव पारित किया. प्रक्रिया के अनुसार, इसकी मंजूरी के लिए गृह मंत्रालय को प्रस्ताव भेजा गया था. मोदी सरकार ने अब तक ऐसा करने के लिए एक संवैधानिक संशोधन की आवश्यकता का हवाला देते हुए पश्चिम बंगाल सरकार के फैसले की पुष्टि करने से इनकार कर दिया है.
ममता बनर्जी ने कहा, पब्लिक सेक्टर बैंक, पीएसबी के विलय, एयर इंडिया, बीएसएनएल और रेलवे जैसे मुद्दों पर भी बात करेंगे, जहां कई समस्याएं हैं. उन्होंने कहा कि इन संगठनों के कर्मचारी कहीं भी नहीं जा सकते केवल हमारे पास ही आ सकते हैं. रिपोर्ट्स बताती हैं कि बनर्जी पश्चिम बंगाल में नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन्स, एनआरसी को लागू करने के लिए बीजेपी के बार-बार धक्कामुक्की और ईस्ट-वेस्ट मेट्रो प्रोजेक्ट से जुड़े मुद्दों को भी ममता बनर्जी पीएम के सामने उठा सकती हैं.
हालांकि बीजेपी के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय ने 17 सितंबर को दावा किया कि ममता बनर्जी ने कोलकाता के पूर्व पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार को बचाने के लिए पीएम मोदी से मिलने की मांग की थी. दरअसल राजीव कुमार, शारदा चिट फंड घोटाले की जांच को रोकने में आरोपी हैं. 17 सितंबर को, राजीव कुमार इस मामले के सिलसिले में केंद्रीय जांच ब्यूरो, सीबीआई के सामने पेश होने में विफल रहे, जिससे एजेंसी द्वारा उनकी गिरफ्तारी की संभावना बढ़ गई है.