इम्फाल। आदिवासी आंदोलन के चलते मणिपुर में हुई हिंसा को लेकर मैरी कॉम ने ट्वीट कर अपने प्रदेश के लिए मदद मांगी है। यह हिंसा बुधवार यानी 3 मई को आंदोलन के दौरान हुई एक रैली में भड़की।
भारत की महिला मुक्केबाज ने रात में ही ट्विटर पर इस हिंसा की तस्वीरें साझा करते हुए सरकार से मदद की गुहार लगाई थी। आपको बता दें कि मैरी कॉम खुद मणिपुर की है इसलिए उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है कि मेरा प्रदेश जल रहा है कृपया मदद करें। अपने ट्वीट में उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी,अमित शाह समेत कुछ न्यूज़ चैनलों को भी टैग किया है।
My state Manipur is burning, kindly help @narendramodi @PMOIndia @AmitShah @rajnathsingh @republic @ndtv @IndiaToday pic.twitter.com/VMdmYMoKqP
— M C Mary Kom OLY (@MangteC) May 3, 2023
ऑल ट्राइबल स्टूडेंट्स यूनियन के छात्रों की मांग है कि मेइती समुदाय को अनुसूचित जनजाति (ST ) श्रेणी में शामिल करने की मांग के विरोध में 3 मई को एक एकजुटता मार्च का आयोजन किआ जिसमें आदिवासियों और गैर-आदिवासियों के बीच हिंसा भड़क गई। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि रैली में हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए थे।
पुलिस ने बताया कि रैली की भीड़ को काबू करना मुश्किल होते जा रहा था जिसके चलते उन्हें आंसू के गैस छोड़ने पड़े। हिंसा को काबू करने के लिए सेना बल का भी सहयोग लेना पड़ा। सेना के एक अधिकारी ने बताया कि अबतक तकरीबन 4000 लोगों को हिंसा प्रभावित क्षेत्रों से निकाला है।
स्थिति को देखते हुए और उसपर नियंत्रण के लिए बहुल इंफाल पश्चिम, थौबल, काकचिंग, जिरिबाम और बिष्णुपुर जिलों और आदिवासी बहुल चुराचांदपुर, तेंगनौपाल और कांगपोकपी जिलों में कर्फ्यू लगा दिया गया है। वहीं इंटरनेट सेवाएं पूरे राज्यभर तत्काल प्रभाव से बंद कर दी गयी है।
मणिपुर के बिष्णुपुर जिले में धारा 144 लागू कर दी गई है जिसके चलते पूरे जिले में 5 या उसे अधिक लोग को का एक साथ होना गैर कानूनी माना जाएगा और उन लोगों के खिलाफ कार्यवाई भी हो सकती है।
Manipur: आदिवासी आंदोलन में हुई हिंसा के कारण मणिपुर के 8 जिलों में लगा कर्फ्यू, इंटरनेट सेवा भी बंद