नई दिल्ली: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मंकीपॉक्स को दुनिया के लिए पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित कर दिया है। दुनिया के कई देशों में मंकीपॉक्स से संक्रमित मरीज मिल रहे हैं, इसलिए सवाल यह उठ रहे हैं कि भारत इस वायरस को रोकने के लिए कितना तैयार है?
विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से जारी चेतावनी के बाद केंद्र और राज्य सरकारें हरकत में आ गई हैं, जिसके बाद लगातार उच्च स्तरीय बैठकें हो रही हैं। इसके अलावा वायरस के प्रसार को रोकने के लिए तेजी से नई गाइडलाइन बनाई जा रही हैं। जिन्हें धीरे-धीरे जारी किया जा रहा है।
नहीं आया एक भी मामला
इस बीच, केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा ने मंकीपॉक्स की स्थिति और तैयारियों की समीक्षा की। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि बीमारी के प्रसार को रोकने और नियंत्रित करने के लिए एहतियाती कदम उठाए जाएंगे। हालांकि, भारत में अभी तक मंकीपॉक्स का कोई मामला सामने नहीं आया है।
भारत क्या तैयारी कर रहा है?
- भारत मंकीपॉक्स को नियंत्रित करने के लिए अपने निवारक उपायों को बढ़ा रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय देश के प्रमुख हवाई अड्डों और बंदरगाहों को सलाह जारी करने की तैयारी कर रहा है, जिसमें उन्हें सतर्क रहने और संदिग्ध मामलों का प्रभावी ढंग से प्रबंधन करने का निर्देश दिया जाएगा।
- तमिलनाडु में लोक स्वास्थ्य और निवारक चिकित्सा निदेशालय ने पहले ही अलर्ट जारी कर दिया है। इसके अलावा हवाई अड्डों और बंदरगाहों पर स्वास्थ्य अधिकारी डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो और मध्य अफ्रीकी देशों से आने वाले यात्रियों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
- हैदराबाद और नई दिल्ली के हवाई अड्डों को भी अलर्ट कर दिया गया है। मंकीपॉक्स वायरस का खतरा उन पुरुषों में अधिक होता है जो पुरुष और पुरुष के बीच यौन संबंध बनाते हैं।
- पुरुष एक से अधिक लोगों के साथ शारीरिक संबंध बनाते हैं, उन्हें भी अधिक खतरा होता है। इसलिए लोगों को इनसे बचने की सलाह दी गई है।
- एम्पॉक्स को मंकीपॉक्स के नाम से भी जाना जाता है। अब तक इस वायरस ने कई देशों में कहर बरपाया है।
- यह ऑर्थोपॉक्स वायरस जीन से संबंधित बीमारी है। इस बीमारी की पहचान सबसे पहले 1958 में बंदरों में हुई थी।
- इसके बाद यह इंसानों में फैल गई। एम्पॉक्स एक वायरल बीमारी है, जो आमतौर पर किसी के संपर्क में आने से फैलती है।
- अब तक इस तरह का संक्रमण कई लोगों में देखा गया है। यह एक तरह की फ्लू जैसी बीमारी है।
- इससे शरीर में मवाद भरे दाने भी हो जाते हैं। एम्पॉक्स प्रकोप, एक वायरल संक्रमण जो निकट संपर्क से फैलता है।
- WHO ने मंकीपॉक्स को लेकर आपातकाल घोषित कर दिया है। यह वायरस पाकिस्तान में दस्तक दे चुका है। ऐसे में अगर यह वायरस भारत में भी दस्तक दे तो कोई आश्चर्य नहीं होगा।
100 से ज्यादा देशों में कहर बरपाया
इस बीमारी को ध्यान में रखते हुए WHO ने तीन साल में दूसरी बार आपातकाल घोषित किया है। इससे पहले 2022 में भी ऐसा देखने को मिला था। उस समय इस वायरस ने एक-दो नहीं बल्कि 100 से ज्यादा देशों में कहर बरपाया था।सेंट्रल अफ्रीका में इस समय फैल रहा मंकीपॉक्स का क्लेड वन वैरिएंट इससे पहले आए क्लेड 2 स्ट्रेन से ज्यादा गंभीर है। यही वजह है कि सेंट्रल अफ्रीका में मंकीपॉक्स के मामले लगातार बढ़ रहे हैं और मौतें भी हुई हैं। इस बीमारी की मृत्यु दर 11 फीसदी है।
हालांकि मंकीपॉक्स कोविड-19 जैसा खतरनाक वायरस नहीं है। ऐसे उपकरण हैं जो संक्रमण को फैलने से रोकने और जोखिम में पड़े लोगों की मदद करने में कारगर साबित हुए हैं, और यह इतनी आसानी से नहीं फैलता। अब चुनौती यह है कि इसे दुनिया भर में फैलने से कैसे रोका जाए। डब्ल्यूएचओ ने भी लोगों को सतर्क रहने की हिदायत दी है ताकि स्थिति और न बिगड़े।
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