नई दिल्ली. बॉलीवुड एक्टर नसीरुद्दीन शाह के बुलंदशहर हिंसा पर दिए बयान के बाद पाकिस्तान ने इस मामले पर चुप्पी तोड़ी. शनिवार को प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा था, पाकिस्तान दिखाएगा कि नरेंद्र मोदी सरकार अल्पसंख्यकों के साथ कैसा बर्ताव करती है. इस पर नसीरुद्दीन शाह ने पाकिस्तान पर पलटवार करते हुए कहा कि इमरान खान पहले अपना देश संभालें और ऐसे मामलों से दूर रहें, जिनसे उनका कोई मतलब नहीं है.
खान ने लाहौर में एक समारोह के दौरान कहा था, ”भारत में भी, लोग कहते हैं कि अल्पसंख्यकों के साथ अन्य नागरिकों जैसा बर्ताव नहीं किया जाता”. इमरान ने कहा, पाकिस्तान सरकार देश में रह रहे अल्पसंख्यकों को उनका हक दिलाने के लिए कदम उठा रही है. खान ने कहा कि न्याय मिलने में देरी से गुस्सा बढ़ता है और बांग्लादेश का गठन इसका उदाहरण है. इमरान खान ने कहा, मोहम्मद अली जिन्ना जानते थे कि भारत में मुस्लिमों के लिए असहिष्णुता का वातावरण बनेगा इसलिए उन्होंने अलग देश पाकिस्तान बनाने की मांग की थी. पिछले दिनों कारवां-ए-मोहब्बत कार्यक्रम में नसीरुद्दीन शाह ने कहा था कि कुछ लोगों को कानून हाथ में लेने की छूट मिल गई है, जिसे लेकर मैं चिंतित हूं. जहर समाज में फैल चुका है और इस जिन्न को दोबारा बोतल में डालना बहुत मुश्किल है.
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दो मिनट 10 सेकंड की वीडियो में शाह ने कहा, मुझे बचपन में इस्लामी शिक्षा मिली और मेरी वाइफ रत्ना हिंदू हैं और बेहद खुले विचारों वाली महिला हैं. हमारे बच्चों को कभी धार्मिक शिक्षा नहीं दी गई. शाह ने कहा, मुझे इस बात का डर है कल उन्हें अगर कोई गुस्साई भीड़ घेरकर पूछे कि तुम हिंदू हो या मुस्लिम तो वह कोई जवाब नहीं दे पाएंगे. शाह के इस बयान पर बवाल बच गया था. बीजेपी ने उनकी जमकर आलोचना की थी. एक संगठन ने तो उन्हें पाकिस्तान का एयर टिकट भेजकर कहा था कि अगर उन्हें भारत में रहने में डर लगता है तो कराची चले जाएं.