रक्षा मंत्री बनने के बाद सीतारमण पहली बार जम्मू-कश्मीर के दौरे पर पहुंची हैं. शुक्रवार को सीतारमण ने आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत के साथ नॉर्थ कश्मीर के कुपवाड़ा में कुछ फॉरवर्ड पोस्ट का दौरा किया.
सोशल नेटवर्किंग साइट ट्वीटर पर ट्रेन में सफर कर रहे मुसाफिरों के हनुमान बने सुरेश प्रभु भले ट्वीट पर जरूरतमंद बच्चों के लिए दूध, दवा और डॉक्टर तक पहुंचाते रहे लेकिन फरवरी से ही एक पैसेंजर द्वारा एलफिंस्टन पुल पर भगदड़ की आशंका पर कुछ ऐसा ना कर सके जो मुंबई में 22 लोगों की जान बचा पाती.
महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में भगदड़ ने लोगों की जान ली या फिर सिस्टम की लापरवाही ने उन्हें मारा ? ये सवाल हर कोई पूछ रहा है क्योंकि अबतक 22 लोगों की मौत हो चुकी है और जिम्मेदारी लेने वाला कोई सामने नहीं आ रहा है.
हनीप्रीत कहां है ? किस हाल में है ? राम रहीम जेल में कैसा है ? उसकी नई पाप कथा क्या है ? हिंदुस्तान में आज गली-गली इसी बात की चर्चा है. इस बीच राम रहीम और हनीप्रीत को लेकर दो बड़े खुलासे हुए हैं. दोनों से जुड़ी दो साजिश भी सामने आई है.
भारतीय ड्रेसिंग रूम में अफरातफरी मैच हारने के साइड इफेक्ट की वजह से नही है. मैदान से बाहर भागती टीम जश्न मनाने नहीं जा रही है. दरअसल ये घटना उस कहानी का ताना बाना जो मैच खत्म होने से पहले कंगारू कप्तान ने बुनी.
हिंदुस्तान के ये वो वीरों हैं, जिनपर पूरा देश नाज़ करता है. उनकी बहादुरी, साहस और देशभक्ति के कारनामों ने हिंदुस्तान का सीना गर्व से भर दिया और पाकिस्तान के परखच्चे उड़ा दिए. ये दुनिया के वो दिलेर, सुपर कमांडो हैं जिनकी चुस्ती फुर्ती और ताकत का कहीं कोई सानी नहीं है.
भारतीय सीमा सुरक्षा बल (BSF) और पाकिस्तान रेंजर्स के बीच अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सुचेतागढ़ एरिया में फ्लैग मीटिंग हुई. फ्लैग मीटिंग में भारत ने पाकिस्तान के सामने सीजफायर उल्लंघन का मामला उठाते हुए कड़ा एतराज जताया है. यह बैठक कमांडर स्तर की थी.
30 सितंबर को दुर्गा पूजा के बाद प्रतिमा विसर्जन और 1 अक्टूबर को मुहर्रम के दौरान ताज़िया जुलूस के दौरान माहौल खराब करने के लिए छेड़खानी और बदतमीजी का रंग बिगाड़कर उसे तनाव में बदला जा सकता है.
ईडी ने शुरुआती जांच का मामला दर्ज कर लिया है जो जैसे-जैसे आगे बढ़ेगा, वैसे-वैसे राम रहीम की गलत तरीके से मदद करने वालों के लिए परेशानियां खड़ी करेगा.
यूं तो दिल्ली के लाल किले में तीन अलग अलग रामलीलाएं होती हैं और जिसमें से किसी एक में देश के प्रधानमंत्री भी रावण दहन के दिन जाते रहे हैं. इन्ही में से एक होती है लवकुश रामलीला. इस रामलीला कमेटी के रावण दहन कार्यक्रम में इस बार यानी 30 सितम्बर को कुछ खास होगा