नेपाल में आए भूकंप के चौथे दिन भी तबाही के भयावह मंजर देखने को मिल रहे हैं. चौथे दिन सुबह भी भूंकप के ताजे झटके महसूस किए गए, जिससे दहशत का माहौल चरम पर है और बचाव के काम में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. काठमांडू के बाहर, छोटे शहरों और देहात से आर रही तबाही की खबरों के बीच नेपाल के प्रधानमंत्री सुशील कोईराला ने आशंका जताई है कि मरने वालों की संख्या 10 हज़ार तक पहुंच जाएगी.
नेपाल में भूकंप के बाद अब वैज्ञानिकों का कहना है कि यह इस क्षेत्र में कुछ सालों का आखिरी भूकंप नहीं है. इसका मतलब साफ़ है कि अभी इस इलाके को और भूकंप का सामना करना पड़ सकता है. साइसमेक डेटा ऐनालिसिस से पता चलता है कि दुनिया तीव्र साइसमेक गतिविधियों के 15 साल के पीरियड के बीच में है और यह मामला 2018-20 तक खिंच सकता है। इससे बड़े भूंकप की आशंका बनती है, जो 9 रिक्टर पैमाने तक हो सकता है.
https://www.youtube.com/watch?v=dZn0UTrvQ8E&feature=youtu.beनेपाल में शनिवार को आए विनाशकारी भूकंप ने वहां लाशों का अंबार लगा दिया है. वहीं विशेषज्ञों का कहना है कि 7.9 तीव्रता वाले इस भूकंप की वजह से राजधानी काठमांडु पुराने स्थान से तीन मीटर दक्षिण की ओर हट चुकी है.
देश के कम से कम 38 शहर अत्यधिक जोखिम वाले भूकंपीय क्षेत्र में स्थित हैं और देश का 60 फीसदी भौगोलिक हिस्सा भूकंप की चपेट में आ सकता है. दिल्ली मेट्रो जैसी कुछ संरचनाओं को यदि छोड़ दिया जाए, तो शहरों की अधिकांश संरचना तीव्र भूकंप को झेलने में सक्षम नहीं है और ऐसे में इन शहरों में भूकंप आने पर बड़ी तबाही हो सकती है.
नेपाल में आए भयानक भूकंप से तबाही में अब तक 4,310 से ज्यादा लोगों के मारे जाने की खबर है. जबकि लगभग 8000 लोग घायल हुए हैं. वहीं भारत में अब तक भूकंप से 72 लोगों की जान चली गई है. इन खबरों के बीच आज सुबह नेपाल में फिर से करीब 5 बजकर 5 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए.
इंडियन रेगूलेटर ट्राई की ऑफिशियल वेबसाइट हैक कर ली गई है, नेट न्यूट्रैलिटी पर ई-मेल के जरिए राय देने वाले 10 लाख लोगों के आईडी को साझा करने के एक घंटे बाद ट्राई की वेबसाइट को हैक किया गया है. इस हैकिंग की जिम्मेदारी हैकिंग ग्रुप Anonymous ने ली है. उसने दावा किया कि उसने ट्राई की साइट पर डिस्टर्ब्ड डिनायल ऑफ सर्विसेज (DDoS) अटैक के जरिए उसे डाउन किया है.
नेपाल सरकार को अविलंब रूप से टेंट, भोजन, चटाइयां, दवाएं और कई अन्य बुनियादी चीजों की जरूरत है. शनिवार को आए विनाशकारी भूकंप और रविवार को भूकंप के झटकों के बाद नेपाल में लोगों को इन बुनियादी चीजों की सख्त जरूरत है और सरकार यह सामान उन्हें वितरित करना चाहती है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को यहां पर यह जानकारी दी.
नेपाल में विनाशकारी भूकंप में मरने वालों की संख्या सोमवार को बढ़कर 3,815 हो गई. शनिवार को आए भूकंप से सर्वाधिक प्रभावित काठमांडू घाटी में अब तक तकरीबन 1,000 लोगों की मौत हो चुकी है. नेपाल के गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा है कि शनिवार को आए 7.9 तीव्रता के भूकंप में देशभर में 6,515 लोग घायल हो गए हैं. नेपाल में 1934 के बाद यह अब तक का सबसे शक्तिशाली भूकंप था और इसका केंद्र गोरखा जिले में था.
नेपाल में शनिवार को आए 7.9 तीव्रता वाले भूकंप में सोमवार तक मरने वालों की संख्या बढ़ कर 3,723 हो गई है, जबकि 6,313 लोग घायल हो गए हैं. इसके अलावा भूकंप के कारण हुए हिमस्खलन में दब कर माउंट एवरेस्ट के बेस कैंप में 19 पर्वतारोहियों की मौत हो गई, जबकि अभी भी 150 पर्वतारोही फंसे हुए हैं. इंडिया न्यूज़ के एडिटर इन चीफ दीपक चौरसिया भी इसी दौरान काठमांडू पहुंचे और वहां के हालातों का जायजा लिया.
नेपाल में शनिवार को आए 7.9 तीव्रता वाले भूकंप के बाद दूसरी रात भी नेपालवासियों ने खुले में सोकर बिताई और इस बीच सोमवार तक मरने वालों की संख्या बढ़ कर 3,723 हो गई है, जबकि 6,313 लोग घायल हो गए हैं. देश के गृह मंत्रालय के अनुसार, अकेले काठमांडू घाटी में 1,202 लोगों की मौत हुई है, तथा काठमांडू और आस-पास के इलाकों में कई ऐतिहासिक धार्मिक इमारतें ध्वस्त हो चुकी हैं.