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पाक ने नहीं की 227 लोगों की जान की परवाह, वायु सेना बनी संकटमोचन, इंडिगो की फ्लाइट को ऐसे बचाया!

बीते बुधवार को इंडिगो का विमान खराब मौसम के चपेट में आ गया था. भारी बारिश और ओले गिरने के कारण विमान का अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था. इसके बाद विमान में यात्री और क्रू मेंबर्स की जान खतरे में थी. पाकिस्तान से लैंडिंग की इजाजत मांगी गई लेकिन ऑपरेशन सिंदूर की मार से पस्त पड़ोसी मुल्क मानवता भूल गया. फिर वायुसेना ने मोर्चा संभाला, पायलट ने सूझबूझ और हिम्मत दिखाई, उसके बाद वो हुआ जो सहसा यकीन नहीं होगा!

emergency in indigo flight
inkhbar News
  • Last Updated: May 23, 2025 22:48:50 IST

Emergency In Indigo Flight: 21 मई 2025 को दिल्ली से श्रीनगर जा रही इंडिगो की फ्लाइट 6E 2142 एक भयावह स्थिति में फंस गई. भारी बारिश, ओलावृष्टि और भीषण टर्बुलेंस ने विमान को अपनी चपेट में ले लिया. जिससे इसका अगला हिस्सा (नोज कोन) बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया. इस विमान में 227 यात्री और क्रू मेंबर सवार थे. जिनमें तृणमूल कांग्रेस के पांच सांसद भी शामिल थे. इस संकट के बीच पाकिस्तान ने अमानवीय रवैया अपनाया जबकि भारतीय वायुसेना ने संकटमोचन बनकर सभी की जान बचाई.

खराब मौसम और टर्बुलेंस की चुनौती

बुधवार की शाम जब विमान अमृतसर के ऊपर उड़ान भर रहा था. अचानक मौसम ने भयानक रूप ले लिया. तेज हवाओं और ओलावृष्टि के कारण विमान को तीव्र झटके लगने शुरू हुए. फ्लाइट रडार 24 के डेटा के अनुसार विमान एक मिनट में 1200 मीटर नीचे गिर गया. जिससे इसकी गति 907 किमी/घंटा से बढ़कर 938 किमी/घंटा हो गई. ऑटोपायलट मोड बंद हो गया और विमान के एंगल ऑफ अटैक सेंसर में खराबी आ गई. यात्रियों में दहशत फैल गई और सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में लोग चीखते-प्रार्थना करते दिखे.

पाकिस्तान का अमानवीय रवैया

पायलट ने स्थिति को संभालने के लिए तुरंत भारतीय वायुसेना के उत्तरी नियंत्रण केंद्र और लाहौर एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) से संपर्क किया. खराब मौसम से बचने के लिए पायलट ने पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र में प्रवेश की अनुमति मांगी लेकिन लाहौर ATC ने इसे ठुकरा दिया. यह निर्णय पहलगाम आतंकी हमले के बाद दोनों देशों के बीच बढ़े तनाव के कारण लिया गया क्योंकि पाकिस्तान ने भारतीय विमानों के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद कर रखा है. इस अमानवीय कदम ने 227 यात्रियों की जान को और जोखिम में डाल दिया.

भारतीय वायुसेना की सूझबूझ

जब पाकिस्तान ने मदद से इनकार कर दिया तब भारतीय वायुसेना ने स्थिति को संभाला. पायलट ने सूझबूझ और कौशल के साथ विमान को श्रीनगर की ओर ले जाने का फैसला किया. भारतीय वायुसेना ने श्रीनगर ATC के साथ समन्वय स्थापित कर विमान की सुरक्षित लैंडिंग सुनिश्चित की. शाम 6:30 बजे विमान श्रीनगर हवाई अड्डे पर सुरक्षित उतर गया. पायलट की तारीफ करते हुए टीएमसी सांसद सागरिका घोष ने कहा मुझे लग रहा था कि मौत करीब है. लोग चीख रहे थे प्रार्थना कर रहे थे. उस पायलट को सलाम जिसने हम सबकी जान बचाई.

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