Operation Sindoor: भारत द्वारा 7 मई 2025 को शुरू किया गया ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पहलगाम आतंकी हमले का जवाब था. जिसमें 26 लोग मारे गए थे. इस ऑपरेशन में भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए, जिसमें जैश-ए-मोहम्मद (JeM), लश्कर-ए-तैयबा (LeT), और हिजबुल मुजाहिदीन के शिविरों को निशाना बनाया गया. इन हमलों में 130-160 आतंकियों के मारे जाने की खबर है. जिसमें बहावलपुर के जैश-ए-मोहम्मद मुख्यालय पर हुए हमले में 20 से अधिक लोग मारे गए. जैश प्रमुख मसूद अजहर ने दावा किया कि इनमें उनकी बड़ी बहन, उनके पति, भतीजा, भतीजी और पांच बच्चे सहित 10 रिश्तेदार और चार करीबी सहयोगी शामिल थे.
पाकिस्तान ने दो बार की सीजफायर की अपील
ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान में आतंकी ढांचे को भारी नुकसान पहुंचाया. बहावलपुर के मार्कज सुब्हान अल्लाह और मुरिदके के लश्कर-ए-तैयबा मुख्यालय सहित कई आतंकी अड्डे ध्वस्त हो गए. जवाब में पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के पुंछ और राजौरी क्षेत्रों में भारी गोलीबारी और बमबारी की. जिसमें 15 भारतीय नागरिक मारे गए और 43 घायल हुए. हालांकि भारत के कड़े रुख और सटीक जवाबी कार्रवाई ने पाकिस्तान को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया. सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान ने 8 मई 2025 को दो बार सीजफायर के लिए भारत से संपर्क किया. जिसमें पहली कॉल दोपहर 3 बजे के आसपास आई. इस सीजफायर के ऐलान ने दोनों देशों के बीच तनाव को अस्थायी रूप से कम किया लेकिन कई सवाल भी खड़े किए.
मसूद अजहर के परिवार पर प्रहार
बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद के मुख्यालय पर भारत के हमले ने मसूद अजहर को गहरा झटका दिया. मसूद ने अपने बयान में कहा “मेरे परिवार के दस लोग इस हमले में शहीद हुए. मुझे इसका कोई अफसोस नहीं बल्कि मैं चाहता था कि मैं भी इस कारवां का हिस्सा होता.” मारे गए लोगों में मसूद की बड़ी बहन, उनके पति, भतीजा और उसकी पत्नी, एक भतीजी और पांच बच्चे शामिल थे. इसके अलावा मसूद के करीबी सहयोगी और उनकी मां भी मारे गए. भारत ने इस हमले को आतंकी ढांचे को नष्ट करने के लिए सटीक और गैर-आक्रामक कार्रवाई बताया. जिसमें नागरिकों को नुकसान से बचाने के लिए रात के समय सटीक हथियारों का उपयोग किया गया.
पाकिस्तान का नुकसान
पाकिस्तान ने दावा किया कि भारतीय हमलों में 31 लोग मारे गए लेकिन भारत ने इन दावों को खारिज करते हुए कहा कि केवल आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया. भारतीय सेना ने पाकिस्तान की जवाबी गोलीबारी का मुंहतोड़ जवाब दिया. जिसमें सीमा पर 76 पाकिस्तानी चौकियां और 42 रक्षा ठिकाने नष्ट किए गए. पाकिस्तान ने अपने नुकसान को छिपाने की कोशिश की लेकिन सैटेलाइट तस्वीरों और स्थानीय मीडिया ने तबाही की तस्वीरें उजागर कीं. पाकिस्तानी सांसद मलिक मुहम्मद इकबाल ने राष्ट्रीय सभा में स्वीकार किया कि भारत ने बहावलपुर में मसूद अजहर को निशाना बनाया.