नई दिल्ली. Pakistan May Trigger Shia-Sunni Clashes: इंटेलिजेंस जानकारी के अनुसार, धारा 370 के निरस्त होने के बाद पाकिस्तान 10 सितंबर को मोहर्रम से पहले शिया-सुन्नी विवाद को बढ़ाने का प्रयास कर सकता है. शिया समुदाय जुलूस निकालकर मुहर्रम मनाता है. कश्मीर में शिया मुसलमान अल्पसंख्यक हैं. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एहतियात के तौर पर घाटी में शिया मस्जिदों के आसपास सुरक्षा बढ़ाने के लिए अलर्ट जारी किया गया है, जिसे आतंकवादियों द्वारा हिंसा भड़काने के लिए निशाना बनाया जा सकता है. अधिकांश शिया मस्जिदें बडगाम और बांदीपोरा जिलों और श्रीनगर के पास हाजिन क्षेत्र में स्थित हैं.
घाटी में सुरक्षा और प्रतिबंध के चलते, यह स्पष्ट नहीं है कि जुलूस निकालने की अनुमति इस मुहर्रम को दी जाएगी या नहीं. हालांकि इस बारे में अभी प्रशासन की ओर से कोई ऑफिशियल बयान सामने नहीं आया है.
5 अगस्त को केंद्र द्वारा भारतीय संविधान के अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को निरस्त करने के तुरंत बाद घाटी में भारी प्रतिबंध लगाए गए थे, जिसे 1954 में एक राष्ट्रपति आदेश द्वारा पारित किया गया था. नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार ने जम्मू-कश्मीर को जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में दो केंद्रों शासित भागों में बांट दिया. बता दें कि अनुच्छेद 370 ने जम्मू और कश्मीर को विशेष दर्जा प्राप्त था, जिसके तहत राज्य का अपना झंडा, अधिकार और कानून थे.
अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को समाप्त किए जाने के बाद सामने आई खबर के मुताबिक पाकिस्तान लगातार आतंकियों को कश्मीर भेजने के प्रयास में जुटा है. जिसे भारतीय सेना द्वारा नाकाम किया जा रहा है.