नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव के मतदान जारी है। इसी दौरान समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मतदान को लेकर वीडियो और पोस्ट शेयर कर गंभीर आरोप लगाए हैं। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और कन्नौज सांसद अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर एक पोस्ट किया। अखिलेश के पोस्ट को अयोध्या पुलिस ने भ्रामक बताते हुए खारिज कर दिया।

आखिलेश यादव ने लगाए आरोप

जानकारी के अनुसार मिल्कीपुर में उपचुनाव की वोटिंग के दौरान जबर्दस्त माहौल देखने को मिल रहा है। समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच काफी रस्साकस्सी देखने को मिल रही है. इस बीच समाजवादी पार्टी और इसके राष्ट्रीय अध्यक्ष, पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने अयोध्या के प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। अखिलेश यादव ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर एक पोस्ट किया है। इस पोस्ट में अखिलेश ने अयोध्या के SSP राज करण नय्यर को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं। वहीं अब इस मामले में अखिलेश और अयोध्या जिले का पुलिस प्रशासन आमने-सामने आ गया है।

अयोध्या पुलिस ने क्या कहा?

बता दें कि अखिलेश के इस पोस्ट पर जवाब देते हुए अयोध्या पुलिस की ओर से लिखा गया- उपरोक्त फोटो बूथ एजेन्ट के पहचान पत्र देखते हुए हैं, फोटो में दिख रहा व्यक्ति एक प्रत्याशी का बूथ एजेन्ट हैं जिसे उनके पहचान पत्र देखकर प्रमाणित किया गया है। कृपया भ्रामक टवीट न करें। इस मामले को लेकर अयोध्या के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राज कुमार नय्यर ने अपने बयान में कहा है कि-कुछ राजनैतिक दलों द्वारा आरोप लगाया जा रहा है कि-अयोध्या की पुलिस मिल्कीपुर में मतदाताओं के आईडी कार्ड चेक कर रही है। अयोध्या पुलिस उक्त आरोपो का खंडन करती है।

सोशल मीडिया पर किया पोस्ट

बता दें कि सपा चीफ ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा- चुनाव आयोग तुरंत इस समाचार से जुड़ी तस्वीरों का संज्ञान ले कि अयोध्या की पुलिस मिल्कीपुर में मतदाताओं के आईडी कार्ड चेक कर रही है, जिसमें पुलिस के बड़े अधिकारी भी शामिल हैं। ये अप्रत्यक्ष रूप से मतदाताओं में भय उत्पन्न करके मतदान को प्रभावित करने का लोकतांत्रिक अपराध है। ऐसे लोगों को तुंरत हटाया जाए और दंडात्मक कार्रवाई की जाए।

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