नई दिल्ली : कांग्रेस नेता और वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी और भाजपा के बीच सोमवार को एक नई बहस छिड़ गई है। दरअसल, प्रियंका गांधी संसद परिसर में एक बैग लेकर पहुंचीं, जिस पर “फिलिस्तीन” लिखा था और उस बैग पर तरबूज का एक प्रतीक बना हुआ था। तरबूज को फिलिस्तीनियों के साथ विरोध और एकजुटता के प्रतीक के रूप में देखा जाता है।
भाजपा ने इस कदम की आलोचना की और उनके इस कदम को “तुष्टिकरण” करार दिया। भाजपा सांसद संबित पात्रा ने प्रियंका गांधी पर निशाना साधते हुए कहा, “गांधी परिवार तुष्टिकरण का बैग लेकर चल रहा है।” उन्होंने कहा, इसी तुष्टिकरण की वजह से कांग्रेस चुनाव हार गए हैं।
भाजपा की आलोचना के बाद प्रियंका गांधी ने कहा कि यह आलोचना “पितृसत्ता” है, जहां उन्हें “यह बताया जा रहा है कि क्या पहनना है और क्या नहीं पहनना है।” उन्होंने कहा, “मैं पितृसत्ता का समर्थन नहीं करती। मैं वही पहनूंगी जो मुझे पसंद है।” इसके बाद भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने प्रियंका को “राहुल गांधी से भी बड़ी आपदा” बताया है।
उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “इस संसद सत्र के अंत में, आइए कांग्रेस में उन सभी के लिए दो मिनट का मौन रखें, जिन्होंने सोचा था कि प्रियंका वाड्रा लंबे समय से प्रतीक्षित समाधान थीं, उन्हें इसे पहले ही अपना लेना चाहिए था। वह राहुल गांधी से भी बड़ी आपदा हैं, जो सोचती हैं कि फिलिस्तीन के समर्थन में संसद में बैग ले जाना पितृसत्ता से लड़ना है, यह सही है। मुसलमानों को सांप्रदायिक सद्गुणों का उपदेश देना अब पितृसत्ता के खिलाफ खड़े होने के रूप में पेश किया जा रहा है! कोई गलती न करें, कांग्रेस नई मुस्लिम लीग है।
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