Pune Bridge Collapse: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने रविवार (15 जून) को पुणे में हुए पुल हादसे के पीछे की वजह बताई। अजित पवार का कहना है कि इंद्रायणी नदी पर बना यह लोके पुल बहुत पुराना था। जंग लगने की वजह से यह कमजोर हो गया होगा, जिसकी वजह से इतना बड़ा हादसा हुआ।
अब तक मिली जानकारी के मुताबिक इस हादसे में तीन लोगों की जान चली गई है। वहीं, 38 लोगों को बचा लिया गया है। इनमें से 30 लोग अस्पताल में भर्ती हैं और 6 गंभीर रूप से जख्मी हैं।
इंद्रायणी नदी पर हुए पुल हादसे में महाराष्ट्र सीएमओ ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए जानकारी दी है, “मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के निर्देश पर राज्य सरकार पुणे जिले के तालेगांव के पास हुए पुल हादसे में जान गंवाने वालों के परिजनों को 5 लाख रुपये की आर्थिक मदद देगी। इसके अलावा राज्य सरकार घायलों के इलाज का खर्च भी उठाएगी।” लापता लोगों की संख्या का पता लगाया जा रहा है
पुणे के जिला कलेक्टर जितेंद्र डूडी ने जानकारी दी है कि यह पता लगाया जा रहा है कि हादसे के वक्त पुल पर कितने लोग मौजूद थे और कितने लापता हैं।
जानकारी के लिए बता दें कि यह हादसा मावल तहसील के कुंदमाला इलाके में हुआ, जिसे बड़ा पर्यटन स्थल माना जाता है। पुणे में पिछले कुछ समय से लगातार बारिश हो रही है, जिसकी वजह से इंद्रायणी नदी जमकर उफान पर है।
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार ने कहा कि पुल हादसे को लेकर अलग-अलग कहानियां सामने आ रही हैं। शुरुआती जानकारी मिली है कि पुल काफी पुराना और जर्जर था। उस पुल पर बड़ी संख्या में लोग खड़े थे, जिनके वजन की वजह से पुल ढह गया होगा। इसकी जगह पर नए पुल का निर्माण होना था।
हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई है, जबकि नदी में बह गए लोगों की तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन जारी है। पुणे ग्रामीण पुलिस, फायर ब्रिगेड, एनडीआरएफ और अन्य बचाव दल ऑपरेशन में लगे हुए हैं।