Rahul Gandhi on S Jaishankar: विदेश मंत्री एस जयशंकर पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की टिप्पणी को लेकर विवाद चल रहा है। सोमवार को विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने विदेश मामलों की स्थायी समिति के सदस्यों से कहा है कि विदेश मंत्री के ऑपरेशन सिंदूर पर बयान को गलत संदर्भ में लिया गया था। इस दौरान विदेश सचिव मिसरी ने बैठक में उपस्थित लोगों को ऑपरेशन सिंदूर की सफलता की जानकारी के बारे में बताया है।

सूत्रों के मुताबिक, बैठक के समय सदस्यों में से एक ने ऑपरेशन सिंदूर पर जयशंकर के मीडिया बयान की क्लिप पर राहुल गांधी के ट्वीट का मामला उठाया था। जिसमें लोकसभा के विपक्ष के नेता ने आरोप लगाया था कि भारत सरकार ने वास्तविक हमले से पहले पाकिस्तान को भारत के जवाबी हमले के बारे में सूचित किया गया था। जवाब में विदेश सचिव ने सदस्यों से कहा कि जयशंकर के बयानों को संदर्भ से बाहर लिया गया था। मिसरी ने बैठक में उपस्थित लोगों से कहा सच तो यह है कि भारत ने हमले की शुरुआत के बाद ही पाकिस्तान को सटीक हमलों के बारे में सूचित कर दिया था।

सिर्फ आतंकवादी ढांचे पर हमला किया

जयशंकर ने पिछले सप्ताह मीडिया से बातचीत के दौरान कहा था कि ऑपरेशन की शुरुआत में हमने पाकिस्तान को संदेश भेजा था कि हम आतंकवादी ढांचे पर हमला कर रहे हैं। हम पाकिस्तानी सेना पर हमला नहीं कर रहे हैं। जो पाकिस्तान में आतंकी हैं,उनके ऊपर हमला कर रहे हैं। इसलिए सेना के पास इस प्रक्रिया में हस्तक्षेप न करने और अलग रहने का विकल्प सही है। उन्होंने उस अच्छी सलाह को न मानने का विकल्प भी चुना है।

राहुल गांधी का आरोप

राहुल गांधी ने अपने एक्स पर वीडियो साझा करते हुए आरोप लगाया है कि हमारे हमले की शुरुआत में पाकिस्तान को सूचित करना एक अपराध था। कांग्रेस नेता ने कहा कि विदेश मंत्री ने सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया है कि भारत सरकार ने ऐसा किया है। इन्हें किसने अधिकार दिया है? इसके परिणामस्वरूप हमारी वायुसेना ने कितने विमान खो दिए हैं।

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