नई दिल्ली। दिल्ली में कांग्रेस के नए मुख्यालय के उद्घाटन के मौके पर विपक्षी नेता राहुल गांधी द्वारा दिए गए बयान पर विवाद बढ़ता जा रहा है। अब उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज हो गई है। बीजेपी ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। इस मामले में शनिवार को असम की राजधानी गुवाहाटी में राहुल के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। हाल ही में उन्होंने भाजपा और आरएसएस पर संस्थाओं पर कब्जा करने का आरोप लगाया था। इस दौरान उन्होंने इंडियन स्टेट को लेकर बयान दिया था।
कुछ समय पहले आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा था कि अयोध्या में राम मंदिर के शिलान्यास की तारीख को भारत की सच्ची आजादी के तौर पर मनाया जाना चाहिए। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए राहुल गांधी ने कहा था कि भाजपा और आरएसएस ने हर संस्था पर कब्जा कर लिया है और अब हम सिर्फ भाजपा, आरएसएस ही नहीं, बल्कि इंडियन स्टेट के खिलाफ भी लड़ रहे हैं। राहुल पर लगाई गई धाराएं बेहद गंभीर हैं।
गुवाहाटी के पान बाजार थाने में यह एफआईआर बीएनएस की धारा 152 और 197 (1) डी के तहत दर्ज की गई है। जिसका मतलब है कि भारत की संप्रभुता, एकता और अखंडता को खतरे में डालने वाले कृत्य करना गैर-जमानती अपराध है। राहुल गांधी द्वारा भारतीय राज्य के साथ लड़ाई का जिक्र करने के बाद भाजपा ने उन पर भारत को तोड़ने और हमारे समाज को बांटने की दिशा में काम करने का आरोप लगाया है। अपनी शिकायत में मोनजीत चेतिया ने लिखा है कि यह कोई साधारण राजनीतिक टिप्पणी नहीं है। वे भारत की अखंडता और स्थिरता के लिए सीधी चुनौती पेश करते हैं, जिस पर तत्काल कानूनी कार्रवाई की जरूरत है।
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