राजनांदगांव. छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2018 में राजनांदगांव सीट पर वोटों की गिनती शुरू हो चुकी है. राज्य के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने राजनांदगांव विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. वहीं कांग्रेस ने पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी करुणा शुक्ला को चुनावी मैदान में सीएम रमन सिंह के खिलाफ उतारा है. शुरूआती रूझान में करूणा शुक्ला ने रमन सिंह को पछाड़ा था लेकिन रमन सिंह ने वापसी करते हुए फिर से अपनी बढ़त बना ली है. रमन सिंह इस सीट से पहले ही काफी मजबूत बताए जा रहे थे. रमन सिंह इस सीट से साल 2008 और साल 2013 का विधानसभा चुनाव भी जीत चुके हैं. इस बार खास बात होगी कि ना तो करुणा शुक्ला और ना ही रमन सिंह इस बार खुद के लिए वोट कर पाएंगे क्योंकि दोनों का नाम रायपुर और कवर्धा जिले की वोटर्स लिस्ट में है.
गौरतलब है कि बीजेपी के साथ तीन दशक तक जुड़ी रहने वाली अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी करुणा शुक्ला ने कुछ साल पहले बागी का रूप इख्तियार कर कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गईं थी. उन्होंने बीजेपी पर प्रताड़ना का आरोप लगाया था. राजनीतिक गलियारों में माना जा रहा है कि करुणा शुक्ला मुख्यमंत्री रमन सिंह को कड़ी टक्कर दे सकती हैं. हालांकि मुख्यमंत्री की लोकप्रियता, जमीनी पकड़ और पिछले चुनावी आंकड़ों को देखते हुए उनकी स्थति ज्यादा मजबूत मानी जा रही है.
ये था 2013 के विधासभा चुनाव का नतीजा
. छत्तीसगढ़ की राजनांदगांव विधानसभा में साल 2013 में 1, 80, 300 मतदाता थे
. साल 2013 में बीजेपी प्रत्याशी और मुख्यमंत्री रमन सिंह को 86 हजार 797 वोट मिले और बड़ी जीत दर्ज की.
. कांग्रेस प्रत्याशी अल्का उदय मुदियार को 50,931 वोट मिले और उन्हें हार का सामना करना पड़ा.
. साल 2013 के विधानसभा चुनाव में राजनांदगांव सीट पर बीजेपी को 58.45 फीसदी वोट पड़े.
. बीजेपी को मुकाबला देने वाली कांग्रेस को 34.30 फीसदी वोट मिले थे.