Inkhabar
  • होम
  • देश-प्रदेश
  • सारे बैंक खाते फ्रीज होने के बाद होगी 210 करोड़ की रिकवरी, जानें किस मामले में कांग्रेस पर हुई कार्रवाई

सारे बैंक खाते फ्रीज होने के बाद होगी 210 करोड़ की रिकवरी, जानें किस मामले में कांग्रेस पर हुई कार्रवाई

नई दिल्ली। आयकर विभाग ने कांग्रेस के चार बैंक अकाउंट को सीज कर दिया। शुक्रवार को कांग्रेस नेता तथा कोषाध्यक्ष अजय माकन ने शुक्रवार को बताया कि आयकर विभाग ने उनकी पार्टी के बैंक खाते फ्रीज कर दिए। उन्होंने कहा कि युवा कांग्रेस का बैंक खाता भी फ्रीज किया गया है। माकन ने बताया कि […]

अजय माकन Ajay Makan
inkhbar News
  • Last Updated: February 17, 2024 08:38:11 IST

नई दिल्ली। आयकर विभाग ने कांग्रेस के चार बैंक अकाउंट को सीज कर दिया। शुक्रवार को कांग्रेस नेता तथा कोषाध्यक्ष अजय माकन ने शुक्रवार को बताया कि आयकर विभाग ने उनकी पार्टी के बैंक खाते फ्रीज कर दिए। उन्होंने कहा कि युवा कांग्रेस का बैंक खाता भी फ्रीज किया गया है। माकन ने बताया कि फिलहाल हमारे पास खर्च करने के लिए, अपने कर्मचारियों को वेतन देने के लिए, बिजली बिल भरने के लिए पैसे नहीं हैं। उन्होंने कहा कि सब कुछ प्रभावित हो रहा है। न केवल न्याय यात्रा, बल्कि इससे सभी राजनीतिक गतिविधियां प्रभावित हो रही हैं। आयकर विभाग ने कांग्रेस से 210 करोड़ की रिकवरी के आदेश दिए हैं और बुधवार तक खातों से फ्रीज हटा दिया है।

कांग्रेस का सरकार पर आरोप

अजय माकन ने बताया कि सुबह सुबह एक बहुत ही चिंताजनक और निराशाजनक खबर मिली है। उन्होंने कहा कि आपको जानकर आश्चर्य और दुख होगा कि हिंदुस्तान के अंदर लोकतंत्र पूरी तरह से समाप्त हो गया है और तालाबंदी कर दिया गया है। दो दिन पहले ये जानकारी मिली कि हम लोग जो चेक जारी कर रहे हैं, उसको बैंक से क्लीरेंस नहीं मिल रही है। उन्होंने कहा कि हमने जांच की तो पता चला कि देश की मुख्य विपक्षी पार्टी के सभी बैंक खातों को फ्रीज कर दिया गया है।

क्या है मामला?

आयकर विभाग ने कांग्रेस तथा यूथ कांग्रेस से जुड़े चार बैंक अकाउंट को फ्रीज कर दिया था। बता दें कि दो दिन पहले कांग्रेस के बैंक अकाउंट फ्रीज होने की जानकारी आई थी। बता दें कि उसके बाद गुरुवार शाम को यूथ कांग्रेस का बैंक अकाउंट फ्रीज हुआ। दोनों के फ्रीज अकाउंट से आयकर विभाग ने कुल 210 करोड़ की रिकवरी मांगी है। यानी कांग्रेस को ये रकम पैनल्टी के तौर पर आयकर विभाग को देनी है।