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तेजस्वी यादव आज ED के सामने हो सकते हैं पेश, नौकरी के बदले जमीन घोटाला मामले में होगी पूछताछ

नई दिल्ली: रेलवे में नौकरी के बदले जमीन घोटाले से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग केस में बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव आज दिल्ली में प्रवर्तन निदेशालय (ED) के सामने पेश हो सकते हैं। खबरों के अनुसार, ईडी ने सीबीआई की FIR के आधार पर पीएमएलए के तहत आपराधिक धारा में एक नया मामला दर्ज किया […]

Land For Jobs Scam
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  • Last Updated: April 11, 2023 10:12:54 IST

नई दिल्ली: रेलवे में नौकरी के बदले जमीन घोटाले से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग केस में बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव आज दिल्ली में प्रवर्तन निदेशालय (ED) के सामने पेश हो सकते हैं। खबरों के अनुसार, ईडी ने सीबीआई की FIR के आधार पर पीएमएलए के तहत आपराधिक धारा में एक नया मामला दर्ज किया है। वहीं आज मंगलवार को इस केस में ED तेजस्वी यादव के बयान दर्ज कर सकती है।

जानकारी के मुताबिक पिछले महीने 26 मार्च को इसी मामले में सीबीआई ने तेजस्वी यादव से दिल्ली में पूछताछ की थी। वहीं सीबीआई की तकरीबन 8 घंटे तक चली पूछताछ के बाद तेजस्वी यादव ने इस मामले पर बातचीत कर कहा था कि जब भी जांच हुई है हमने सहयोग किया है, साथ ही हम से ईडी द्वारा जो भी सवाल किए गए उसके हमने सारे जवाब दिए। इस मामले पर बातचीत कर तेजस्वी ने कहा सच्चाई यह है कि कोई घोटाला हुआ ही नहीं है। आपको बता दें कि उसी दिन तेजस्वी यादव की बड़ी बहन और सांसद मीसा भारती भी इस मामले पर पूछताछ के लिए ED के समक्ष पेश हुई थीं।

दरअसल रेलवे में नौकरी के बदले जमीन घोटाला मामले में सीबीआई राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव और उनकी पत्नी राबड़ी देवी से भी पूछताछ कर चुकी है। साथ ही ईडी ने राजद प्रमुख के परिवार के घर पर भी छापेमारी की थी। इस मामले में ईडी ने छापेमारी के बाद बताया था कि उसने एक करोड़ रुपये की आय के ज्ञात स्रोतों से ज्यादा नकदी बरामद की और साथ ही अपराध में इस्तेमाल हुए 600 करोड़ रुपये के लेनदेन का पता लगाया है। वहीं बता दें, लालू प्रसाद के पूरे परिवार और उनके सहयोगियों की ओर से रियल एस्टेट समेत कई क्षेत्रों में किए गए और निवेश का पता लगाने के लिए कार्रवाही की जा रही है।

क्या है पूरा मामला?

दरअसल ये मामला लालू प्रसाद यादव के साल 2004 से 2009 के बीच रेल मंत्री रहने के समय हुआ था। उस वक्त उनके परिवार को उपहार में दी गई या बेची गई जमीन के बदले रेलवे में हुई नौकरियों से संबंधित था। इस मामले पर फिर सीबीआई ने अपनी चार्जशीट में आरोप लगाया था है कि इन भर्ती के लिए तय मानकों का उल्लंघन करते हुए रेलवे में नियुक्तियां की गईं थीं।

 

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