नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान की सीमा पर बढ़ते तनाव के बीच जम्मू क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा (LoC) के आसपास बसे गांव वाले अपनी सुरक्षा के इंतजाम में जुटे हैं। गांव वालों ने भूमिगत बंकरों की सफाई करना शुरू कर दिया है। इसके साथ ही कंटीले तारों के पास खेतों में पक चुकी फसलों की कटाई का काम भी वो तेजी से कर रहे हैं।
बता दें कि पाकिस्तान की ओर से होने वाली गोलीबारी से बचने के लिए सरकार ने पिछले कुछ सालों में सीमावर्ती गांवों में हजारों बंकर बनाए हैं।
अधिकारियों के मुताबिक, 2021 में दोनों देशों के बीच हुए संघर्ष विराम समझौते के बाद बॉर्डर पर गोलीबारी की घटनाओं में काफी कमी आई थी। लेकिन अब पहलगाम आतंकी हमले के बाद सीमा पर मौजूद गांवों में सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं।
आरएस पुरा सेक्टर के त्रेवा गांव की पूर्व सरपंच बलबीर कौर ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि इस वक्त कुछ भी नहीं कहा जा सकता कि आगे क्या होगा? इसी वजह से हमने अपने भूमिगत बंकरों की सफाई करना शुरू कर दिया है, ताकि फायरिंग होने पर हम खुद को बचा सकें।
गौरतलब है कि भारत और पाकिस्तान करीब 3,323 किलोमीटर लंबी सीमा को साझा करते हैं। इसमें से 221 किलोमीटर की अंतरराष्ट्रीय सीमा और 744 किलोमीटर की नियंत्रण रेखा जम्मू-कश्मीर क्षेत्र में है। 4 साल पहले 25 फरवरी 2021 को दोनों देशों ने संघर्ष विराम लागू करने का फैसला लिया था, जिससे बॉर्डर पर बसे लोगों को काफी ज्यादा राहत मिली थी।
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