Vinay Narwal: पहलगाम में आतंकी हमले में शहीद हुए नेवी लेफ्टिनेंट विनय नरवाल को करनाल के डॉ. मंगलसेन सभागार में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में भावभीनी विदाई दी गई. इस मौके पर हर किसी की आंखें नम थीं. खासकर जब उनकी बहन सृष्टि नरवाल ने बचपन की यादें साझा कीं. मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की पत्नी सुमन सैनी भी भावुक हो गईं. विधानसभा अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण ने विनय की वीरता को याद करते हुए उन्हें सच्चा बलिदानी बताया.
सृष्टि ने अपने भाई विनय के साथ बिताए बचपन के पलों को याद करते हुए सभागार को गमगीन कर दिया. उन्होंने कहा डिअर विनय, मेरे भैया, मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि जिस भाई ने पैदा होते ही मुझे अपनी गोद में खिलाया. मैं उसकी जिंदगी की अंतिम यात्रा में उसे कंधा दूंगी. सृष्टि ने बताया कि विनय उन्हें पटाखों के शोर से बचाते थे. लेकिन उनकी शहादत की अंतिम सलामी की गूंज आज भी उनके कानों में है. जिस भाई ने मुझे आग के नजदीक तक नहीं आने दिया, उसी भाई को मैंने अपने हाथों से अग्नि दी. उन्होंने रोते हुए कहा. सृष्टि ने विनय की पसंदीदा मूवी एलओसी कारगिल का जिक्र करते हुए उनकी देशभक्ति को याद किया और एक स्वरचित अंग्रेजी कविता भी पढ़ी.
विधानसभा अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण ने कहा असलियत यह है कि अगर विनय के हाथ में उस समय कुछ होता तो वह आतंकियों को मुंह तोड़ जवाब देता. उन्होंने विनय को सामाजिक और राष्ट्रीय स्तर पर बलिदानी मानते हुए उनकी शहादत को नमन किया. सभा में विनय के दादा हवा सिंह, पिता राजेश नरवाल, मां आशा नरवाल, पत्नी हिमांशी और बहन सृष्टि ने उनकी तस्वीर को सलाम किया.
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