प्रयागराज। यूपी के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में अब 95 साल के अघोरी बाबा ने सबका ध्यान खींचा है। कारण है उनकी डरावनी भविष्यवाणी। बाबा का नाम काल पुरुष है। इंसानी खोपड़ी से पानी पीने वाले काल पुरुष बाबा ने अपनी भविष्यवाणी से आने वाले प्रलय का संकेत दिया है। उनका दावा है कि हिमालय में ध्यान लगाने से उनकी आवाज ऊंची हो गई है। वह अपनी ऊंची आवाज में कहते हैं, ‘चिता जलेगी और हवा काली हो जाएगी। नदी को वह सब याद है जो मनुष्य भूल गया है। जब गंगा रोएगी, तो उसके आंसू मैदानों पर गिरेंगे। इसकी शुरुआत हो चुकी है।’
मंदिर धरती पर वापस आएंगे
बाबा कालपुरुष सामने संगम के मैदान की ओर इशारा करते हुए कहते हैं ‘मैं पिछले सात महाकुंभों में आया हूं। हर बार मैं इस क्षेत्र में चला हूं, लेकिन इस बार संकेत अलग हैं। श्मशान पर कौवे अलग गीत गा रहे हैं। मुर्दे ज्यादा बेचैन हैं। धरती अपनी सांसें बदल रही है।’ इसके साथ ही वह राख से एक प्रतीक बनाते हैं और कहते हैं, ‘जब नदी अपना रास्ता बदलेगी, तो शहरों को एहसास होगा कि वे उधार की जमीन पर बसे हैं। अगले चार साल उस चीज को आकार देंगे जिसे मनुष्य स्थायी या शाश्वत मानता है।’ वे कहते हैं, ‘पहाड़ अपनी बर्फ गिराएंगे। पहले धीरे-धीरे, फिर एक साथ। पवित्र नदियों को नए रास्ते मिलेंगे। कई मंदिर धरती पर वापस लौट आएंगे।’
संगम बदलेगा
बाबा कालपुरुष की सबसे महत्वपूर्ण भविष्यवाणी महाकुंभ से जुड़ी है। वे कहते हैं, ‘यह संगम बदलेगा। समय के साथ संगम को नया स्थान मिलेगा। जहां आज रण है, आने वाली पीढ़ी वहां कुंभ का आयोजन करेगी।’ वे अंग्रेजी में भविष्यवाणी करते हैं कि युवा पीढ़ी वह याद रखेगी जो आज की पीढ़ी भूल गई है। वे हवा का रुख समझेंगे। उन्हें पता चलेगा कि धरती कब घूमने वाली है। युवा पीढ़ी फिर से आसमान को पढ़ना सीख जाएगी।’ हालांकि उन्होंने विनाश को लेकर कोई भविष्यवाणी नही की, लेकिन यह तो समय ही बताएगा कि उनकी भविष्यवाणियां कितनी सच हैं।
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