भारतीय सेना ने एक बार फिर पाकिस्तान को स्पष्ट शब्दों में चेतावनी दी है। हाल ही में हुई एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भारतीय वायुसेना के वरिष्ठ अधिकारी एयर मार्शल एके भारती ने आतंकवाद को लेकर सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि भारत आतंकवादियों के खिलाफ जब चाहे, जहां चाहे कार्रवाई कर सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि देश की सुरक्षा के लिए भारत किसी भी हद तक जा सकता है।

विनय न मानत जलधि गए तीन दिन बीती

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एयर मार्शल ने भारतीय संस्कृति और ग्रंथों का उदाहरण देते हुए रामचरितमानस की एक प्रसिद्ध चौपाई का उल्लेख किया। उन्होंने कहा— “विनय न मानत जलधि गए तीन दिन बीती, बोले राम सकोप तब भय बिनु होय न प्रीति”। इस चौपाई का अर्थ है कि जब विनम्रता से बात नहीं बनती, तो फिर सख्ती दिखानी पड़ती है, क्योंकि भय के बिना प्रेम और सम्मान संभव नहीं।

यही संदेश भारतीय सेना ने पाकिस्तान को दिया

यह चौपाई उस प्रसंग से ली गई है जब भगवान श्रीराम लंका जाने के लिए समुद्र से मार्ग देने की प्रार्थना करते हैं, लेकिन समुद्र तीन दिनों तक चुप रहता है। इसके बाद श्रीराम को क्रोधित होकर धनुष उठाना पड़ता है। यही संदेश भारतीय सेना ने पाकिस्तान को दिया है— अब अगर आतंकवाद पर लगाम नहीं लगी, तो भारत जवाब देने से पीछे नहीं हटेगा।

भारत की सुरक्षा सर्वोपरि है

भारतीय सेना का यह बयान पाकिस्तान की सीमा पार आतंकवादियों की गतिविधियों पर आई हालिया खुफिया रिपोर्टों के बाद आया है। सेना ने साफ कर दिया है कि भारत की सुरक्षा सर्वोपरि है और वह अपने नागरिकों की रक्षा के लिए हर आवश्यक कदम उठाने को तैयार है। सेना के इस रुख से यह साफ हो गया है कि भारत अब ‘जैसे को तैसा’ नीति पर काम करेगा और आतंकवाद को समर्थन देने वालों को कड़ा सबक सिखाया जाएगा।

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