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पहलगाम की ये घाटी मिनी स्विट्जरलैंड से कम नहीं, खूबसूरती देख वापस आने का नहीं करेगा दिल!

कश्मीर को धरती का स्वर्ग कहा जाता है। यह जगह इतनी खूबसूरत है कि किसी का भी दिल वापस घर आने को नहीं करेगा। यहां के बड़े-बड़े पहाड़, खूबसूरत झीलें, देवदार के पेड़ इस जगह को स्वर्ग का सुंदर बनाते हैं।

Mini Switzerland Of India
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  • Last Updated: April 25, 2025 18:53:43 IST

Mini Switzerland Of India:  कश्मीर को धरती का स्वर्ग कहा जाता है। यह जगह इतनी खूबसूरत है कि किसी का भी दिल वापस घर आने को नहीं करेगा। यहां के बड़े-बड़े पहाड़, खूबसूरत झीलें, देवदार के पेड़ इस जगह को स्वर्ग का सुंदर बनाते हैं। हर मौसम में कश्मीर की सुंदरता अद्भुत रहती है।

22 अप्रैल का दिन

कश्मीर के पहलगाम में घने जंगलों से घिरी खूबसूरत बैसरन घाटी की शुरुआत मंगलवार (22 अप्रैल 2025) को एक आम दिन की तरह होती है। इस इलाके में 10 हजार से 15 हजार के बीच टूरिस्ट्स मौजूद थे। यहां के खूबसूरत नजारों का आनंद लेते-लेते दिन बीतता गया।था। दोपहर में आतंकवादी हमला हो गया।है। इस हमले में करीब 26 लोगों की मौत हो गई थी और 20 से अधिक लोग घायल हुए।थे। हरे मैदान वाली घाटी टूरिस्ट्स के खून से लथपथ हो गई। बैसरन घाटी को मिनी-स्विट्जरलैंड के नाम से जाना जाता है। देश और दुनिया से यहां पर बड़ी संख्या में टूरिस्ट्स घूमने आते हैं। खूबसूरती के मामले में ये जगह बहुत ही ज्यादा फेमस है।

मिनी-स्विट्जरलैंड

जो भी टूरिस्ट्स कश्मीर घूमने आते हैं, उनकी आइटिनरेरी में पहलगाम घूमना शामिल होता है। पहलगाम आने वाले ज्यादातर टूरिस्ट्स बैसरन घाटी को एक्सप्लोर जरूर करते हैं। इस जगह को मिनी-स्विट्जरलैंड के नाम से जाना जाता है। यहां पर सर्दियों में बर्फ की सफेद चादर से ढक जाती है, वहीं गर्मियों के दौरान ये जगह हरे-भरेभरे घास के मैदान में तब्दील हो जाती है। यहां पहुंचने के बाद ऐसा लगता है, जैसे आप सच में स्विट्जरलैंड की वादियों में घूम रहे हों।

प्रकृति में शांति की तलाश

बैसरन घाटी अनंतनाग जिले के पहाड़ी शहर पहलगाम से लगभग 5 किलोमीटर दूरी पर स्थित है। लेकिन वहां केवल पैदल, घोड़े या टट्टू की सवारी से ही पहुंचा जा सकता है। 5 किलोमीटर लंबा कच्चा रास्ता पहलगाम को बैसरन घाटी से जोड़ता है। पहलगाम से दूर होने के कारण आतंकवादी हमले के बाद तत्काल बचाव अभियान चलाना और ज्यादा मुश्किल हो गया।था। घाटी में आपको बर्फ से ढके पहाड़, घने देवदार के जंगल और फैले हुए हरे घास के मैदान देखने को मिलते हैं। यह हर साल प्रकृति की शांति की तलाश में यहां टूरिस्ट्स बड़ी संख्या में आते हैं।

बॉलीवुड पहली पसंद

यह बैसरन घाटी टूरिस्ट्स की ही नहीं बल्कि बॉलीवुड डायरेक्टर्स की भी पहली पसंद मानी जाती है। अपनी खूबसूरती के कारण फेमस इस घाटी में बॉलीवुड की कई फिल्मों की शूटिंग हो चुकी है, जिसमें कश्मीर की कली (1964), आरजू (1965), जब-जबजब फूल खिले (1965), कभी-कभी (1976), सिलसिला (1981), सत्ते पे सत्ता (1982)), रोटी (1974), और बेताब (1983) फिल्म शामिल हैं।

एडवेंचर एक्टिविटी

बैसरन घाटी उन ट्रेकर्स के लिए भी एक फेमस कैंपसाइट है जो तुलियन झील तक आगे बढ़ना चाहते हैं। लिद्दर घाटी के मनोरम दृश्यों को एक्सप्लोर करना चाहते हैं। यही नहीं, बैसरन घाटी में लोग जिपलाइनिंग,लाइनिंग, ज़ोरबिंग जैसी एडवेंचर एक्टिविटी का भी लुत्फ उठाते हैं।

फेमस टूरिस्ट्स प्लेस

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के अनंतनाग जिले में एक फेमस टूरिस्ट्स प्लेस है। जो श्रीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से लगभग 90 किमी दूर स्थित है। वहीं, पहलगाम अमरनाथ यात्रा का बेस कैंप होने के कारण काफी फेमस है। बता दें, अमरनाथ यात्रा दो मार्गों से की जाती है, पहला पहलगाम और दूसरा बालटाल, लेकिन पहलगाम वाले रास्ते को तीर्थयात्री ज्यादा अपनाते हैं।

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