नई दिल्ली. लोकसभा चुनाव 2019 के बीच एक नया विवाद सामने आ गया है. अमरीका की मशहूर टाइम मैगजीन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर विवादित कवर पेज जारी किया है. टाइम मैगजीन ने पीएम नरेंद्र मोदी को भारत को तोड़ने वाला शख्स (India’s Divider in Chief) बताया है. टाइम मैगजीन के पत्रकार आतिश तसीर ने टाइम मैगजीन में कवर स्टोरी जारी की है. जिसमें बताया गया है कि पीएम मोदी ने अपने कार्यकाल में सांप्रदायिक माहौल को बिगाड़ने की कोशिश की है. पीएम मोदी के कवर वाली यह पत्रिका 20 मई 2019 को जारी की जाएगी. इससे पहले टाइम ने अपनी वेबसाइट पर इस रिपोर्ट को प्रकाशित किया है.
टाइम मैगजीन की रिपोर्ट में बताया गया है कि 1947 में ब्रिटिश इंडिया दो हिस्सों में बंटा और पाकिस्तान का जन्म हुआ. लेकिन कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी से पढ़े भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने फैसला किया कि भारत सिर्फ हिंदुओं के लिए नहीं होगा बल्कि हर धर्म के लोगों के लिए यहां जगह होगी. उस वक्त हिंदुस्तान में 35 लाख मुसलमान थे और आज 17 करोड़ मुसलमान हैं. नेहरु की विचारधारा सेक्युलर थी जहां सभी धर्मों को समान रूप से इज्जत थी. भारतीय मुसलमानों को शरिया पर आधारित फैमिली लॉ मानने का अधिकार दिया गया. जिसमें तलाक देने का उनका तरीका तीन बार तलाक बोलकर तलाक लेना भी शामिल था जिसे नरेंद्र मोदी ने 2018 में एक आदेश जारी कर तीन तलाक को कानूनी अपराध करार दे दिया दिया.
इसके साथ ही इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पीएम मोदी ने अपने कार्यकाल में सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने की भी कोशिश की है. हिंदू-मुस्लिम के बीच अलगाव की भावना पैदा करने की कोशिश की. उन्होंने देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू और नेहरूवादी और समाजवादी जैसी विचारधाओं पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि भारत को कांग्रेस मुक्त देश बनाएंगे.
टाइम मैगजीन के इस विवादित कवर पेज के बाद देश की राजनीति का माहौल गरमा सकता है. चुनावी माहौल में एक तरफ पीएम मोदी देशभक्ति के नाम पर चुनावी प्रचार कर रहे हैं. दूसरी तरफ दुनिया की मशहूर मैगजीन के इस तरह का विवादित कवर पेज जारी कर उन्हें भारत को बांटने वाला शख्स बता रही है. हालांकि नरेंद्र मोदी देश के सबसे बड़े लोकतंत्र के मुखिया हैं और उनके बारे में यह विवादित फोटो जारी करना किस हद तक सही है?