Uddhav Thackeray Slams BJP: शिवसेना के स्थापना दिवस के मौके पर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर जमकर निशाना साधा। अपने भाषण में उद्धव ठाकरे ने मराठी अस्मिता, हिंदुत्व और भाजपा की कथित विभाजनकारी राजनीति को लेकर कड़े शब्दों का इस्तेमाल किया।
उद्धव ठाकरे ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा, “भाजपा सरकार हिंदी और मराठी के नाम पर हिंदुओं के बीच दूरी पैदा करना चाहती है ताकि लोगों को भ्रमित करके वे अपना भ्रष्टाचार छिपा सकें। अगर महाराष्ट्र में जबरन हिंदी थोपने की कोशिश की गई तो हम सड़कों पर उतरेंगे। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
ठाकरे ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा चुनाव से पहले मराठी और गैर-मराठी के बीच दरार पैदा करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि अगर उनमें हिम्मत है तो उन्हें तमिलनाडु और गुजरात में हिंदी लागू करने की कोशिश करनी चाहिए।”
उन्होंने एकनाथ शिंदे और भाजपा को चुनौती देते हुए कहा, “अगर हिम्मत है तो आकर मुझे मारो, जैसा नाना पाटेकर ने फिल्म ‘प्रहार’ में कहा था। मेरे पास जनता की ताकत है और हम महाराष्ट्र से भाजपा का सफाया कर देंगे।”
अपने भाषण में उद्धव ठाकरे ने केंद्र सरकार पर हमला बोला। उन्होंने सवाल उठाया कि जब भारत गठबंधन बना और भाजपा को चुनौती दी गई तो गठबंधन को ‘इंडियन मुजाहिदीन’ क्यों कहा गया? उन्होंने कहा, “हम अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की छवि मजबूत करने के लिए साथ आए, लेकिन बदले में हमें अपमानित किया गया।”
भाजपा पर हिंदुत्व के नाम पर राजनीति करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा, “हमारा हिंदुत्व देशभक्ति है। जब देश की बात आती है तो हम धर्म, जाति या पंथ नहीं देखते, लेकिन आपने हमारी सेना के हाथ बांध दिए थे। पाकिस्तान पर हमला करने का मौका था, लेकिन ट्रंप के एक फोन कॉल पर आप चुप हो गए।”
अपने भाषण में उन्होंने केंद्र की नीतियों और कामकाज की आलोचना की और कहा, ‘मेट्रो स्टेशन लीक हो रहे हैं, एयरपोर्ट की हालत खराब है, रेलवे और हवाई यात्रा के दौरान लोग मर रहे हैं, हालाँकि कोई जिम्मेदारी नहीं ले रहा।’
उन्होंने वंशवाद की राजनीति के आरोपों को लेकर एकनाथ शिंदे गुट पर पलटवार करते हुए कहा, “जो लोग अपनी पार्टी नहीं बना पाए, वे हमारे नेताओं को चुरा रहे हैं। वे बालासाहेब ठाकरे की तस्वीरें हर जगह लगाकर राजनीति कर रहे हैं, लेकिन वंशवाद की राजनीति के लिए हम पर आरोप लगा रहे हैं।”
अपने भाषण के अंत में उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे के साथ संभावित गठबंधन का भी संकेत दिया। उन्होंने कहा, “महाराष्ट्र में जो मन होगा, वही होगा। कुछ लोग नहीं चाहते कि मराठी एकजुट हों, इसलिए वे होटल में चोरी-चुपके बैठकें कर रहे हैं।” यह टिप्पणी 12 जून को ताज होटल में फडणवीस और राज ठाकरे के बीच हुई बैठक का संदर्भ थी।