Maharashtra Politics: महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर हलचल तेज हो गई है. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के दो गुटों शरद पवार के नेतृत्व वाले NCP (SP) और अजित पवार के नेतृत्व वाले NCP के बीच एका की अटकलों ने जोर पकड़ा है. 10 जून 2025 को NCP के 26वें स्थापना दिवस पर पुणे में दोनों गुटों ने अलग-अलग आयोजन किए. लेकिन अजित पवार के बयानों ने सियासी गलियारों में चर्चा छेड़ दी. उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने BJP के साथ गठबंधन और गुटों के एकीकरण पर खुलकर बात की. जिसने सवाल खड़े कर दिए हैं कि क्या पवार परिवार फिर से एकजुट होगा?
पुणे में NCP के स्थापना दिवस पर अजित पवार ने अपने गुट के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा ‘कुछ लोग हमारी BJP के साथ गठबंधन की आलोचना करते हैं लेकिन क्या हमने 2019 में शिवसेना के साथ समझौता नहीं किया था? तब भी वैचारिक समझौते हुए थे.’ उन्होंने विपक्ष में रहने की बजाय सत्ता में रहकर विकास करने की अपनी रणनीति का बचाव किया और कहा ‘केवल नारे लगाने और मोर्चे निकालने से काम नहीं चलता. हम समावेशी राजनीति और लोगों के मुद्दों को हल करने के लिए आए हैं.’ अजित पवार ने यह भी संकेत दिया कि स्थानीय निकाय चुनावों के लिए गठबंधन की रणनीति बनाई जाएगी.
NCP के दोनों गुटों के एकीकरण की अटकलें तब तेज हुईं. जब शरद पवार ने एक साक्षात्कार में कहा कि कुछ NCP (SP) सांसद और विधायक अजित पवार के गुट में शामिल होने के इच्छुक हैं. हालांकि अजित पवार ने इन अटकलों को खारिज करते हुए कहा ‘कोई औपचारिक चर्चा नहीं चल रही है. शरद पवार ने शायद अपने नेताओं को नियंत्रण में रखने के लिए ऐसा बयान दिया.’ दूसरी ओर सुप्रिया सुळे ने एकीकरण पर टिप्पणी करने से इनकार करते हुए कहा ‘अजित पवार और मैं पारिवारिक रूप से हमेशा एक हैं. पार्टी के फैसले मेज पर होने चाहिए. कैमरे पर नहीं.’
शरद पवार ने अपने गुट के आयोजन में कार्यकर्ताओं से एकजुट रहने और महा विकास आघाडी (MVA) को मजबूत करने की अपील की. उन्होंने BJP की ‘तोड़-फोड़’ की राजनीति पर निशाना साधते हुए कहा ‘वोटरों ने हमें धोखेबाजों को हराने का मौका दिया है.’ NCP (SP) के कुछ नेता, जैसे वर्धा सांसद अमर काले और दिंदोरी सांसद भास्कर भगारे एकीकरण के खिलाफ हैं. शिवसेना (UBT) के संजय राउत ने एकीकरण की चर्चाओं पर तंज कसते हुए कहा ‘दोनों गुट पहले से ही BJP के साथ हैं.’