Inkhabar
  • होम
  • देश-प्रदेश
  • Uttarkashi: बाहर निकलने के बाद फूले न समाएं मजदूर, सीएम धामी ने गले लगा किया स्वागत

Uttarkashi: बाहर निकलने के बाद फूले न समाएं मजदूर, सीएम धामी ने गले लगा किया स्वागत

उत्तरकाशीः दिवाली के दिन उत्तराखंड में उत्तरकाशी की निर्माणाधीन सिलक्यारा सुरंग में हुए हादसे में फंसे 41 मजदूरों को निकालने के अभियान में आखिरकार सफलता मिल गई है। बचाव अभियान के 17वें सभी मजदूरों को सपलतापूर्वक बाहर निकाल लिया गया है। बता दें कि 12 नवम्बर की सुबह 5:30 बजे ये हादसा हुआ था। जब […]

Uttarkashi: बाहर निकलने के बाद फूले न समाएं मजदूर, सीएम धामी ने गले लगा किया स्वागत
inkhbar News
  • Last Updated: November 28, 2023 21:41:44 IST

उत्तरकाशीः दिवाली के दिन उत्तराखंड में उत्तरकाशी की निर्माणाधीन सिलक्यारा सुरंग में हुए हादसे में फंसे 41 मजदूरों को निकालने के अभियान में आखिरकार सफलता मिल गई है। बचाव अभियान के 17वें सभी मजदूरों को सपलतापूर्वक बाहर निकाल लिया गया है। बता दें कि 12 नवम्बर की सुबह 5:30 बजे ये हादसा हुआ था। जब अचानक ऊपर से मलबा गिरने की वजह से 41 श्रमिक सुरंग में फंस गए थे। अब सभी मजदूरों के बाहर आ जाने के बाद उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने सभी मजदूरों को गले लगा स्वागत किया है।

सभी मजदूर अस्पताल के लिए रवाना

अब जब सभी मजदूरों को बाहर निकाला जा चुका है। जिसके बाद एक – एक कर सभी मजदूरों को एम्बुलेंस के जरिए अस्पताल की ओर रवाना किया गया। जहां सभी मजदूरों को स्वास्थय चेक अप के बाद उनका प्राथमिक उपचार किया जाएगा। कोई अनहोनी न हो इसके लिए सरकार की तरफ से सेना का हेलिकॉप्टर तेजस को भी तैनात किया गया था। ऐसा इसलिए क्योंकि अगर कोई मजदूर की हालत गंभीर होती है तो आनन फानन में उन्हें एयरलिफ्ट कर अस्पताल पहुंचाया जाए।

सीएम पुष्कर सिंह धामी ने दी बधाई

सभी मजदूरों के सफलतापूर्वक बाहर निकाले जाने के बाद उत्तराखंड के सीएम ने सभी बचाव दल सहित मजदूरों को धन्यवाद दिया है। उन्होंने कहा कि मैं उन सभी सदस्यों को धन्यवाद देना चाहता हूं जो इस बचाव अभियान का हिस्सा थे। पीएम मोदी लगातार मेरे संपर्क में थे और बचाव अभियान की जानकारी ले रहे थे। वैसे भी मेरा कर्तव्य है कि मैं सभी को सुरक्षित बचाऊं, उनके सहयोग के बिना, यह मिशन संभव नहीं होता। उन्होंने अभी मुझसे बात की और निर्देश दिया कि सभी का मेडिकल चेक-अप किया जाना चाहिए और उनकी सुविधाओं में कोई कमी नहीं होनी चाहिए। सभी को सुरक्षित घर पहुंचाया जाना चाहिए।