Vijay Rupani Profile: गुजरात के अहमदाबाद से लंदन जा रहा एयर इंडिया का विमान आज दोपहर करीब डेढ़ बजे दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान में सवार 242 यात्रियों में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी शामिल थे। रूपाणी अपनी बेटी से मिलने लंदन जा रहे थे। गुजरात भाजपा प्रमुख सीआर पाटिल ने उनके निधन पर शोक जताया है। सीआर पाटिल ने कहा कि वह अपने परिवार से मिलने जा रहे थे, इस हादसे का शिकार हो गए। भगवान उनकी आत्मा को भी शांति दे।
विजय रूपाणी का जन्म म्यांमार के यंगून में मायाबेन और रमणिकलाल रूपाणी के घर हुआ था। वे अपने माता-पिता के सातवें और सबसे छोटे बेटे थे। कहा जाता है कि बर्मा में राजनीतिक अस्थिरता के कारण उनका परिवार 1960 में बर्मा से राजकोट आ गया था। सौराष्ट्र विश्वविद्यालय से एलएलबी की पढ़ाई करने के बाद विजय रूपाणी ने भारतीय जनता पार्टी और उससे जुड़े संगठनों के साथ सक्रिय रूप से राजनीति की। आइए एक नजर डालते हैं विजय रूपाणी के राजनीतिक और निजी जीवन पर।
विजय रूपाणी ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत ABVP कार्यकर्ता के रूप में की थी। बाद में रूपाणी 1971 में RSS और फिर जनसंघ में शामिल हो गए। रूपाणी भारतीय जनता पार्टी की स्थापना के समय से ही इसके सदस्य रहे हैं। पहले वे राजकोट नगर निगम के पार्षद बने और फिर राजकोट के मेयर बने।
साल 1998 में रूपाणी भारतीय जनत पार्टी की गुजरात इकाई के महासचिव बने। जब केशुभाई पटेल सीएम थे, तब रूपाणी ने बीजेपी की घोषणापत्र समिति का नेतृत्व किया। 2006 में रूपाणी गुजरात पर्यटन के प्रमुख बने। फिर 2006 से 2012 तक वे राज्यसभा सदस्य रहे। अगस्त 2014 में जब गुजरात विधानसभा अध्यक्ष वजुभाई वाला ने राजकोट पश्चिम विधानसभा सीट से इस्तीफा दिया, तो रूपाणी को इस सीट से उम्मीदवार बनाया गया। उन्होंने भारी अंतर से चुनाव जीता और फिर विधायक बने। नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद रूपाणी गुजरात में आनंदीबेन पटेल की सरकार में मंत्री बने।
पर्यटन, श्रम और जलापूर्ति जैसे अहम मंत्रालय संभालने के बाद फरवरी 2016 में रूपाणी भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष बने। गुजरात सरकार से आनंदीबेन पटेल के जाने के बाद अगस्त 2016 में रूपाणी मुख्यमंत्री बने। अगले साल विधानसभा चुनाव हुए। रूपाणी ने न सिर्फ अपनी सीट जीती बल्कि उन्हें मुख्यमंत्री भी बनाया गया। इसके बाद वे 11 सितंबर 2021 तक मुख्यमंत्री रहे। उनके बाद भूपेंद्र भाई पटेल ने गुजरात की कमान संभाली। आज विजय रूपाणी के असामयिक निधन से गुजरात ही नहीं बल्कि पूरे देश में शोक की लहर है।