नई दिल्ली: स्वामी विवेकानंद को एक सामाजिक कार्यकर्ता और समाज सुधारक के रूप में जाना जाता है. वे भारतीय संस्कृति, आध्यात्म और मानवता के प्रतीक थे. उनके भाषण और विचार पूरी दुनिया में प्रेरणा का स्रोत बन गए. आज भी उनके विचार युवाओं के भीतर क्रांति की ज्वाला जलाते हैं और उन्हें आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित करते हैं.
स्वामी विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी 1863 को कोलकाता, बंगाल में हुआ था। हर साल 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद की जयंती के रूप में मनाया जाता है. इस साल विवेकानंद की 162वीं जयंती है. विवेकानंद को युवाओं के लिए आदर्श और प्रेरणा का स्रोत माना जाता है. इसलिए हर साल उनकी जयंती को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में भी मनाया जाता है. 1984 में भारत सरकार ने उनकी जयंती को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की थी. इस अवसर पर आइए जानते हैं उनके प्रसिद्ध अनमोल विचारों के बारे में जो युवाओं के रोम-रोम में जोश और उत्साह भर देते हैं तथा उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं.
1. अगर धन दूसरों का भला करने में सहायक हो तो उसका कुछ मूल्य है. अन्यथा वह सिर्फ बुराई का ढेर है. इससे जितनी जल्दी छुटकारा मिल जाए उतना अच्छा है.
2. कभी-कभी मत सोचो कि आत्मा के लिए कुछ असंभव है. ऐसा सोचना सबसे बड़ा पाखंड है. अगर कोई पाप है तो वह यह है कि तुम खुद को कमजोर या दूसरों को कमजोर कहना.
3. उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए.
4. संघर्ष जितना बड़ा होगा, जीत उतनी ही शानदार होगी.
5. संगति आपको ऊपर उठा सकती है और आपकी ऊंचाई को नष्ट भी कर सकती है.
6. जो व्यक्ति किसी भी सांसारिक चीज से विचलित नहीं होता, उसने अमरता प्राप्त कर ली है.
7. जिस दिन आपको किसी भी समस्या का सामना नहीं करना पड़ता, आप निश्चित हो सकते हैं कि आप गलत रास्ते पर चल रहे हैं.
8. जब भी दिल और दिमाग के बीच टकराव हो, तो दिल की सुनो.
9. जब तक जीना है, तब तक सीखते रहो. अनुभव दुनिया का सबसे अच्छा शिक्षक है.
10. आप वही बनेंगे जो आप सोचते हैं. अगर आप खुद को कमज़ोर मानते हैं तो आप कमज़ोर हो जाएंगे और अगर आप खुद को मज़बूत मानते हैं तो आप मज़बूत हो जाएंगे।
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