Presidential Election 2022:

नई दिल्ली। आज राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग होने जा रही है। इससे पहले रविवार को विपक्षी पार्टियों की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने देश के सभी विधायकों और सांसदों से उनके विवेक और संविधान के अनुसार मतदान करने की अपील की है। सिन्हा ने अपने वीडियो संदेश में कहा कि इस साल का राष्ट्रपति चुनाव दो व्यक्तियों नहीं बल्कि दो विचारधाराओं के बीच का चुनाव है। इसीलिए सभी अपनी अंतरात्मा की आवाज को सुनें और मुझे अपना वोट दें। ये सारी बातें उन्होंने अपने वीडियों संदेश में कही है।

संविधान की रक्षा करने की अपील

विपक्षी पार्टियों के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने सभी सांसदों से कहा कि राष्ट्रपति चुनाव में गुप्त वोटिंग होगी। इसके लिए कोई पार्टी व्हिप जारी नहीं करेगी। जिसका मतलब है कि आप व्यक्तिगत रूप से किसे वोट देना है, ये निर्धारित कर सकते हैं। सिन्हा ने आगे कहा कि इस बार का राष्ट्रपति चुनाव असाधारण परिस्थितियों में हो रहा है। देश इस वक्त कई मोर्चों पर समस्याओं का सामना कर रहा है। लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात संविधान की रक्षा की है। उन्होंने कहा कि देश में कुछ लोग खुलेआम संवैधानिक प्रावधानों का उल्लंघन कर रहे है। चुनी हुई सरकार को गिराया जा रहा है।

दो विचाऱाधाराओं के बीच का चुनाव

यशवंत सिन्हा ने आगे कहा कि इस साल का राष्ट्पति चुनाव वास्तव में दो व्यक्तियों के बीच का नहीं बल्कि दो विचारधाराओं के बीच का है। ये दो विचारधाराओं के बीच की प्रतियोगिता है। जहां एक तरफ के लोगों के लिए संविधान के मूल्यों का कोई उपयोग नहीं है और दूसरी तरफ संविधान के प्रति समर्पित लोगों का समूह है। मैं सभी से संविधान के संदर्भ में सभी से अपने वोट का प्रयोग करने की अपील कर रहा हूं।

भाजपा के वोटर्स से भी खास अपील

बता दें कि यशवंत सिन्हा ने अपने वीडियों संदेश में भारतीय जनता पार्टी के वोटर्स से भी खास अपील की। उन्होंने कहा कि उन्होंने मैं भी कभी आपकी ही पार्टी का था। हालांकि, अब वो पार्टी खत्म हो चुकी है और पूरी तरह अलग और एक नेता के नियंत्रण में है, पार्टी अब एक नई दिशा की ओर जा रही है। ऐसे में ये चुनाव ‘कोर्स करेक्शन’ का आखिरी मौका है, इसलिए आप मेरा चुनाव सुनिश्चित कर भाजपा और देश के लोकतंत्र को बचाने के लिए महान काम करें।

Vice President Election 2022: जगदीप धनखड़ बनेंगे देश के अगले उपराष्ट्रपति? जानिए क्या कहते हैं सियासी समीकरण