कोलकाता। पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव को लेकर जारी हिंसा पर आज कलकत्ता हाईकोर्ट का बड़ा आदेश सामने आया. हाईकोर्ट ने चुनाव से जुड़े एक केस की सीबीआई जांच के आदेश दिए हैं. इसके साथ ही चुनाव को लेकर हो रही हिंसा पर नाराजगी जताते हुए ममता बनर्जी सरकार को जमकर फटकारा है. कलकत्ता हाईकोर्ट ने कहा कि ऐसी हिंसा राज्य के लिए बेहद शर्म की बात है. पश्चिम बंगाल में इतनी अव्यवस्था क्यों है? राज्य चुनाव आयोग इसे रोकने के लिए क्या कर रहा है.

विपक्षी पार्टियों ने दायर की थी याचिका

बता दें कि, पश्चिम बंगाल की विपक्षी पार्टियों ने पंचायत चुनाव को लेकर कलकत्ता हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की थी. भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस और सीपीआई (एम) ने इस याचिका में कहा था कि पंचायत चुनाव के कुछ उम्मीदवारों के नाम प्रत्याशियों की सूची से गायब हो गए हैं. इस मामले पर आज कलकत्ता उच्च न्यायालय में सुनवाई हुई. इस दौरान जस्टिस अमृता सिन्हा ने मामले की सीबीआई जांच के आदेश दिए. इसके साथ ही कहा कि अगर ऐसा ही रक्तपात चलता रहा तो पंचायत चुनाव पर तुरंत रोक लगा देनी चाहिए.

अधीर रंजन ने राज्यपाल को लिखी चिट्ठी

उधर, पश्चिम बंगाल कांग्रेस प्रमुख और लोकसभा सांसद अधीर रंजन चौधरी ने राज्यपाल सीवी आनंद को चिट्ठी लिखकर कहा है कि आपको हमारे लोकतंत्र के खातिर, हमारे संवैधानिक अधिकारों को बचाने के लिए इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप करना चाहिए. अधीर रंजन ने चिट्ठी में प्रदेश में जारी हिंसा का जिक्र किया है. उन्होंने कहा कि राज्य में सत्तारूढ़ पार्टी टीएमसी के कार्यकर्ता गुंडागर्दी कर रहे हैं. कांग्रेस प्रत्याशियों को नामांकन करने से रोका जा रहा है, उनके साथ मारपीट की जा रही है.

8 जुलाई को होगा मतदान, 11 को नतीजे

  • पंचायत चुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया 9 जून से शुरू हो गई जो 15 जून तक चली. पंचायत चुनाव के लिए 8 जुलाई को मतदान करवाया जाएगा जो केवल एक ही चरण में होगा. इसके बाद राज्य में नतीजे 11 जुलाई को आएंगे.
  • दरअसल, ग्राम पंचायत, पंचायत समिति और जिला पंचायत की सीटें बंगाल में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के तहत आती हैं. इन सभी सीटों पर 8 जुलाई को मतदान करवाया जाएगा. आइए जानते हैं कहां कितनी सीटें हैं.
  • ग्राम पंचायत – 62 हजार 404 सीटें
    पंचायत समिति – 9 हजार 498 सीटें
    जिला परिषद- 928 सीटें

पश्चिम बंगाल : पंचायत चुनाव में नामांकन के दौरान TMC और कांग्रेस कार्यकर्ताओं में भिड़ंत