Inkhabar
  • होम
  • देश-प्रदेश
  • प्रेमानंद महाराज के चरण रज़ की धूल भी नहीं…राधारानी पर अभद्र टिप्पणी को लेकर बोले कथावाचक प्रदीप मिश्रा

प्रेमानंद महाराज के चरण रज़ की धूल भी नहीं…राधारानी पर अभद्र टिप्पणी को लेकर बोले कथावाचक प्रदीप मिश्रा

Radha Rani Controversy: मध्यप्रदेश सीहोर जिले के चर्चित कथावाचक प्रदीप मिश्रा इन दिनों सुर्ख़ियों में हैं। दरअसल उन्होंने राधारानी को लेकर विवादित टिप्पणी की थी। जिसकी वजह से विवाद शुरू हो गया है। प्रदीप मिश्रा के प्रवचन पर नाराज होकर प्रेमानंद महाराज जी ने उन्हें नर्क में जाने का श्राप दे दिया। अब इस मामले […]

प्रेमानंद महाराज
inkhbar News
  • Last Updated: June 14, 2024 09:51:45 IST

Radha Rani Controversy: मध्यप्रदेश सीहोर जिले के चर्चित कथावाचक प्रदीप मिश्रा इन दिनों सुर्ख़ियों में हैं। दरअसल उन्होंने राधारानी को लेकर विवादित टिप्पणी की थी। जिसकी वजह से विवाद शुरू हो गया है। प्रदीप मिश्रा के प्रवचन पर नाराज होकर प्रेमानंद महाराज जी ने उन्हें नर्क में जाने का श्राप दे दिया। अब इस मामले में कथावाचक प्रदीप मिश्रा का बयान सामने आया है।

कांट छांट कर वीडियो किया गया वायरल

प्रदीप मिश्रा ने सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे उनके विवादित वीडियो को लेकर कहा कि जो वीडियो वायरल हो रहे हैं, वो गलत हैं। मुझ पर जो आरोप लगाए जा रहे हैं, वो निराधार है। वो वीडियो आज से 14 साल पहले एक कथा का है। उन्होंने 14 साल पहले कमलापुर में कथा कही था उस वीडियो को कुछ विधर्मियों ने कांट छांट कर बनाया और उसे वायरल कर दिया।

प्रेमानंद महाराज जी महान विभूति

वहीं प्रेमानंद महाराज की तीखी टिप्पणी पर प्रदीप मिश्रा बोले कि वीडियो देखकर महान संत प्रेमानंद महाराज ने उन्हें दोषी माना है। सनातन की ऐसी महान विभूति को वो दंडवत प्रणाम करते हैं। वो तो उनके चरण रज की धूल भी नहीं हैं। ऐसे महान संत को वो प्रणाम करते हैं। एक बार महाराज जी उनको दास बोले होते वो दौड़ कर उनके चरणों में चले जाते। किसी परधर्मी ने उन्हें बदनाम करने की कोशिश की है।

जानिए क्या है मामला

कथावाचक प्रदीप मिश्रा ने अपने एक प्रवचन में कहा था कि राधा रानी कृष्ण की 16 हजार 108 पत्नियों में शामिल नहीं है। राधा के पति का नाम अनय घोष, उनकी सास का नाम जटिला और ननद कुटिला था। राधा रानी बरसाने की रहने वाली नहीं है, वो रावल की थीं। बरसाना में राधा जी के पिता की कचहरी थी, जहां वो साल में एक बार जाती थी।

also read: राधाजी की शादी कृष्ण से हुई थी या रायाण से, क्यों लड़ रहे हैं दो बाबा