Pope Francis: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले से उपजे तनाव के बीच भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 25 अप्रैल 2025 को वेटिकन सिटी रवाना हुईं. उनके साथ केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू, राज्य मंत्री जॉर्ज कुरियन और गोवा विधानसभा के उपाध्यक्ष जोशुआ डि’सूजा भी हैं. यह यात्रा कैथोलिक ईसाई धर्मगुरु पोप फ्रांसिस के राजकीय अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए है.
पोप फ्रांसिस का निधन और अंतिम संस्कार
पोप फ्रांसिस का 21 अप्रैल 2025 को 88 वर्ष की आयु में निधन हो गया. वेटिकन के अनुसार उनकी मृत्यु ‘सेरेब्रल स्ट्रोक, कोमा और कार्डियोसर्कुलेटरी कोलैप्स’ के कारण हुई. पिछले कई महीनों से वे फेफड़ों के इन्फेक्शन, निमोनिया और एनीमिया से जूझ रहे थे. निधन से एक दिन पहले उन्होंने ईस्टर संडे पर मौन आशीर्वाद दिया और गाजा सहित वैश्विक संघर्षों पर शांति की अपील की.
पोप फ्रांसिस का अंतिम संस्कार
पोप का पार्थिव शरीर सेंट पीटर्स बेसिलिका में अंतिम दर्शन के लिए रखा गया और 25 अप्रैल को ताबूत बंद कर दिया गया. अंतिम संस्कार 26 अप्रैल को सेंट पीटर्स स्क्वायर में होगा. जिसमें 130 से अधिक विदेशी प्रतिनिधिमंडल 50 राष्ट्राध्यक्ष और 10 सम्राट शामिल होंगे. राष्ट्रपति मुर्मू 25 अप्रैल को सेंट पीटर्स बेसिलिका में श्रद्धांजलि अर्पित करेंगी और 26 अप्रैल को अंतिम संस्कार समारोह में हिस्सा लेंगी.
वेटिकन के बाहर दफन होंगे पोप फ्रांसिस
पोप फ्रांसिस को वेटिकन सिटी में नहीं बल्कि रोम की सांता मारिया मैगीगोर बेसिलिका में दफनाया जाएगा. यह एक सदी से अधिक समय में पहली बार होगा जब किसी पोप को वेटिकन के बाहर दफनाया जाएगा. पोप ने दिसंबर 2023 में इस बेसिलिका के प्रति अपने विशेष लगाव का जिक्र किया था. जहां वे नियमित रूप से वर्जिन मैरी के सम्मान में प्रार्थना के लिए जाते थे.
पोप फ्रांसिस का अंतिम संस्कार
भारत का राजकीय शोक और कूटनीतिक संदेश
पोप फ्रांसिस के निधन पर भारत ने 22 से 24 अप्रैल तक तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया. इसके अतिरिक्त 26 अप्रैल को अंतिम संस्कार के दिन भी एक दिन का शोक रहेगा. जिसमें राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा. विदेश मंत्रालय ने कहा ‘पोप फ्रांसिस को दुनिया भर में करुणा, विनम्रता और आध्यात्मिक साहस के प्रतीक के रूप में याद किया जाएगा.’
राष्ट्रपति मुर्मू की यह यात्रा न केवल भारत की संवेदना व्यक्त करने का माध्यम है बल्कि वैश्विक मंच पर भारत की कूटनीतिक उपस्थिति को भी दर्शाती है. किरेन रिजिजू ने कहा ‘परम पूज्य पोप फ्रांसिस के राजकीय अंतिम संस्कार में शामिल होने तथा भारत सरकार और भारत के लोगों की ओर से संवेदना व्यक्त करने के लिए माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी के साथ रोम (वेटिकन सिटी) के लिए रवाना हो रहा हूं.’
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