नई दिल्ली: इन दिनों खबर मिल रही है कि Y क्रोमोजोम की कमी के कारण आने वाले समय में दुनिया में पुरुषों की संख्या कम हो जाएगी लेकिन क्या आपको पता है कि कुछ देशों में पहले से पुरुषों की संख्या बहुत कम है। पुरुषों की कमी के कारण यहां की महिलाओं को शादी करने और अन्य कामकाज के लिए कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। आपको बताते हैं कि पुरुषों की कम आबादी वाले देश कौन हैं और ऐसी स्थति कैसे पैदा हुई?
आर्मेनिया एक ऐसा देश है जहां 55 प्रतिशत महिलाएं और उससे कम पुरुष हैं। आर्मेनिया की पुरुष आबादी की कमी प्रथम विश्व युद्ध और अर्मेनियाई नरसंहार के प्रभावों का नतीजा है। तुर्की-ओटोमन शासन के दौरान 1.5 मिलियन अर्मेनियाई मारे गए थे। सोवियत शासन और पड़ोसी देशों के साथ संघर्ष ने भी इस स्थिति को और खराब कर दिया है। आज भी यहां महिलाएं पुरुषों के लिए तरसती हैं।
पुरुषों की कमी वाला दूसरा देश यूक्रेन है। यहां 54.40 प्रतिशत महिलाएं हैं। युद्ध के कारण देश में पुरुषों की संख्या में कमी आई है और यह स्थिति विश्व युद्ध के दौरान हुए भारी नुकसान का परिणाम है। बेलारूस में महिलाओं की आबादी 53.99 प्रतिशत है। द्वितीय विश्व युद्ध ने इस देश को बुरी तरह प्रभावित किया था, जहां एक चौथाई आबादी युद्ध में मारी गई थी। देश की आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण यहां के युवा विदेशों में रोजगार की तलाश कर रहे हैं। यहां भी महिलाएं पुरुषों के लिए तरसती हैं।
रूस में महिलाओं की आबादी 53.55 प्रतिशत है। द्वितीय विश्व युद्ध ने रूस को भारी नुकसान पहुंचाया और शराब पीने की आदत ने पुरुषों की आबादी को और कम कर दिया है। जॉर्जिया में महिलाओं की आबादी 52.98 प्रतिशत है। यहां की आर्थिक स्थिति भी कमजोर है जिसके कारण पुरुष रोजगार की तलाश में अपना देश छोड़कर दूसरे देशों में चले जाते हैं। इस कारण महिलाओं और पुरुषों के बीच जनसंख्या का अंतर बढ़ता जा रहा है।
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