नई दिल्ली. Russia Ukraine Conflict रूस और यूक्रेन के बीच हालत और तनावपूर्ण होते जा रहे है. बीते दिन यूक्रेन में लोगों ने अपना झंडा लहराते देश की एकता का प्रदर्शन करते हुए मास्को (Mosow) के दबाव को कम करने की कोशिश की. जबकि इसके विपरीत अमेरिका की ओर से यूक्रेन को चेताया गया कि भले की रूस अपने सैनिको को वापस बुला रहा हो, लेकिन मास्को ने बॉर्डर्स पर 7000 अतरिक्त सैनिक तैनात किये हैं.
पश्चिम के मुताबिक, रूस ने पूर्वी, उतर और दक्षिण में अपने 1 लाख 50 हजार से ज़्यादा सैनिक तैनात किए हुए हैं. हलाकि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने संकेत दिया है कि वह संकट से शांतिपूर्ण रास्ता चाहते हैं, और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी वादा किया कि अमेरिका कूटनीति को “हर मौका” देना जारी रखेगा, लेकिन उन्होंने मास्को के इरादों के बारे में एक संदेह भी जताया. बाइडेन ने इस बात पर भी जोर दिया कि वाशिंगटन और उसके सहयोगी यूक्रेन की संप्रभुता का सम्मान करते हुए “बुनियादी सिद्धांतों का त्याग” नहीं करेंगे.
इससे पहले रूसी रक्षा मंत्रालय के वीडियो में क्रीमिया से दूर एक पुल के पार बख्तरबंद गाड़ियों से लदे ट्रेन को वापस जाते दिखाया गया है, जिससे ऐसा लगता है कि रूस युद्ध नहीं चाहता है.
अमेरिकी प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दावा करते हुए कहा कि पश्चिम ने पाया कि रूस ने यूक्रेन के पास तैनात अपनी सेना में 7,000 सैनिकों की वृद्धि की है, जिसमें कुछ हाल ही में बुधवार तक पहुंचे हैं, इससे रूस की ओर से किए गए झूठे दावों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है कि क्रेमलिन आक्रमण के लिए बहाना तलाश रहा है. अधिकारी ने बताया कि इस बात के कोई आधिकारिक सबूत नहीं है पर इस तरह की खबरे आ रही है कि रूस ने बॉर्डर पर तैनाती बड़ाई है.