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सपा में जंग अब चरम पर, क्या समर्थकों को निर्दलीय उतार देंगे अखिलेश

लखनऊ. समाजवादी पार्टी और यादव परिवार में छिड़ी जंग अब भयंकर रूप लेने जा रही है. यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने समर्थकों से कहा है कि अगर पार्टी में उनको विधानसभा का टिकट नहीं मिला तो वह अलग से चुनाव लड़ें.

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inkhbar News
  • Last Updated: December 29, 2016 13:04:12 IST
लखनऊ.  समाजवादी पार्टी और यादव परिवार में छिड़ी जंग अब भयंकर रूप लेने जा रही है. सूत्रों के हवाले  से खबर मिल रही है कि यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने समर्थकों से कहा है कि अगर पार्टी से विधानसभा न मिले तो वह अलग से चुनाव लड़ें.
बताया जा रहा है कि अखिलेश अपने समर्थकों की लिस्ट भी जारी कर सकते हैं. जिसमें 167 उम्मीदवार होंगे. आपको बता दें कि बुधवार को ही पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने और प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव ने 325 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की है.
जिसमें सीएम अखिलेश यादव के कई समर्थकों का टिकट काट दिया गया है या फिर उनको दिया नहीं गया है. इसके बाद से ही समाजवादी पार्टी में झगड़ा और बढ़ गया है. सीएम अखिलेश यादव ने इस लिस्ट के जारी होने के बाद तुरंत अपने समर्थक विधायकों की बैठक बुलाई थी.
अखिलेश को मनाने की कोशिश तेज
थोड़ी ही देर पहले ही अखिलेश यादव ने अपने पिता और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव से मुलाकात की है. इस बैठक में शिवपाल को भी बुलाया गया था. माना जा रहा है कि मुलायम दोनों के बीच सुलह कराने की कोशिश कर रहे हैं. हालांकि तीनों के बीच यह मुलाकात खत्म हो चुकी है. लेकिन यह पता नहीं चल पाया है कि इसका क्या नतीजा रहा.
क्या है झगड़े की वजह 
दरअसल अखिलेश और शिवपाल के बीच लड़ाई विधानसभा चुनाव में टिकट बांटने को लेकर है. अखिलेश यादव जहां अपराधिक छवि वाले नेताओं अतीक अहमद, मुख्तार अंसारी और उनके भाई अफजल अंसारी को टिकट देने का विरोध करे हैं तो वहीं शिवपाल भी अखिलेश के खेमे के अपराधिक पृष्ठभूमि वाले नेताओं के नाम गिनवा रहे हैं जिसमें पंडित सिंह, पवन पांडेय, विजय मिश्रा जैसे लोग शामिल हैं.
अखिलेश यादव का कहना है कि चुनाव उनके नाम से लड़ा जाएगा और परीक्षा उनके कामों की होगी तो टिकट बांटने का अधिकार उन्हीं के पास होना चाहिए. वहीं शिवपाल का कहना है प्रदेश अध्यक्ष वह हैं वो हैं तो टिकट उन्हीं के हिसाब से दिया जाएगा.  
 

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