मान ने कहा कि अब कांग्रेस में जाने पर वह
पंजाब को बचाने की बातें कर रहे हैं. ये वही सिद्धू है जो कभी कांग्रेस को मुन्नी से ज्यादा बदनाम कहते थे, आज उसी पार्टी को मां बताते हैं. जब किसान और बेरोजगार खुद को आगे लगा रहे थे और व्यापारी पंजाब को छोड़कर बाहर जा रहे थे, तब सिद्धू कॉमेडी शो में बैठकर तालियां पीट रहे थे. इनको तब पंजाब की याद नहीं आई. अब जब चुनाव आ गए हैं तो सिद्धू को अचानक पंजाब की याद गई.
मान ने आगे कहा कि क्या सिद्धू साल 1984 के दंगे,
कॉमनवेल्थ गेम्स को भूल गए हैं. कभी कांग्रेस को मुन्नी से ज्यादा बदनाम बताने वाले सिद्धू पार्टी में रहकर पंजाब को बचाएंगे. सिद्धू की स्थिति दूध बेचने वाले की तरह है, जिसका दूध मोटरसाइकिल चलने पर इधर-उधर गिरता है. ऐसे ही वह बिन पेंदी का लोटे की तरह हैं.