Inkhabar
  • होम
  • राजनीति
  • अरविंद केजरीवाल पर बरसे अन्ना हजारे, कहा- सत्ता के नशे ने अंधा..

अरविंद केजरीवाल पर बरसे अन्ना हजारे, कहा- सत्ता के नशे ने अंधा..

नई दिल्ली, अरविंद केजरीवाल के सियासी गुरु कहे जाने वाले अन्ना हजारे ने उन्हें पत्र लिखकर अपनी नाराज़गी ज़ाहिर की है. इस पत्र में अन्ना हजारे ने अरविंद केजरीवाल से कहा है कि वह दिल्ली में शराब की दुकानों को जल्द से जल्द बंद कर दें. उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने स्वराज पुस्तक में […]

Anna hazare letter to arvind kejriwal
inkhbar News
  • Last Updated: August 30, 2022 17:23:52 IST

नई दिल्ली, अरविंद केजरीवाल के सियासी गुरु कहे जाने वाले अन्ना हजारे ने उन्हें पत्र लिखकर अपनी नाराज़गी ज़ाहिर की है. इस पत्र में अन्ना हजारे ने अरविंद केजरीवाल से कहा है कि वह दिल्ली में शराब की दुकानों को जल्द से जल्द बंद कर दें. उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने स्वराज पुस्तक में बड़ी-बड़ी बातें की थीं, लेकिन उनके आचरण पर उसका असर बिल्कुल नहीं दिख रहा है. अन्ना हजारे ने अपनी चिट्ठी में अरविंद केजरीवाल को संबोधित करते हुए लिखा, ‘आपके मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार मैं आपको पत्र लिख रहा हूँ, दरअसल कई दिनों से दिल्ली सरकार की शराब नीति को लेकर जो खबरें आ रही हैं, उन्हें पढ़कर बहुत दुख होता है.’

अन्ना हज़ारे ने पत्र में क्या लिखा

अन्ना हजारे ने पत्र में लिखा कि महात्मा गांधी के ‘गांव की ओर चलो’ के विचार से प्रेरित होकर मैंने अपनी जिंदगी गांव, समाज और देश के लिए समर्पित कर दी. पिछले 47 सालों से ग्राम विकास के लिए काम कर रहा हूं और भ्रष्टाचार के विरोध में आंदोलन करता आया हूँ, आगे अरविंद केजरीवाल को पुराने दिन याद दिलाते हुए अन्ना हजारे ने लिखा कि आप हमारे गांव रालेगण सिद्धि आ चुके हैंहैं. यहां आपने शराब, बीड़ी, सिगरेट आदि पर लगाई गई रोक की सराहना की थी. राजनीति में आने से पहले आपने ‘स्वराज’ नाम से एक किताब भी लिखी थी, आपकी इस पुस्तक में आपने ग्रामसभा, शराब नीति के बारे में बड़ी-बड़ी बातें लिखी थीं. तब आपसे बहुत उम्मीद थी, लेकिन राजनीति में जाकर मुख्यमंत्री बनने के बाद आप आदर्श विचारधारा को पूरी तरह भूल गए हैं.

शराब जैसा होता है सत्ता का नशा

एना हज़ारे ने अपनी चिट्ठी में आगे लिखा, आपकी सरकार ने दिल्ली में नई शराब नीति बनाई, जिसे देखकर ऐसा लगता है कि इससे शराब की बिक्री और उसे पीने को बढ़ावा दिया जा रहा है. इस नीति के तहत गली-गली में शराब की दुकानें खुलवाई जा सकती हैं, इससे भ्रष्टाचार को भी बढ़ावा मिलेगा और यह जनता के हित में नहीं है. इसके बाद भी आप ऐसी शराब की नीति लेकर आए हैं, अब इससे तो ऐसा लगता है कि जैसे शराब का नशा होता है, उसी तरह सत्ता का भी नशा होता है और ऐसा लग रहा है कि आप भी ऐसी सत्ता के नशे में डूब गए हैं. अन्ना हजारे ने अपनी चिट्ठी में अपने आंदोलन का ज़िक्र करते हुए लिखा कि आप रास्ता भटक गए हैं.

 

Ankita singh murder: सिरफिरे शाहरुख़ ने एकतरफा प्यार में ले ली अंकिता की जान