पटना/नई दिल्ली। बिहार में इन दिनों राजनीतिक उठापटक जारी है। एक ओर जहां नीतीश कुमार महागठबंधन का साथ छोड़ चुके हैं। तो वहीं दूसरी तरफ अब संभावित नए मंत्रिमंडल की चर्चा भी तेज हो गई है। महागठबंधन से अलग होने के नीतीश कुमार के फैसले पर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार सिर्फ नाम के मुख्यमंत्री रहेंगे। सरकार तो आरएसएस और प्रधानमंत्री मोदी की चलेगी।
AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि नीतीश कुमार ने भाजपा को सरकार सौंप दी। हम लोग इसी को रोकना चाह रहे थे। उन्होंने कहा कि जब सीमांचल की जनता ने एआईएमआईएम के पांच विधायकों को जिताया था तो स्पीकर के चुनाव के समय हमने महाठबंधन का समर्थन किया था। लेकिन तेजस्वी यादव को लगता है कि बिहार की जनता एक ओर और उनके परिवार से कोई सीएम बन जाए। उन्होंने आगे कहा कि नीतीश कुमार को लगता है कि मैं जब तक जिंदा रहूं सीएम बना रहूं। साथ ही उन्होंने कहा कि भाजपा को लगता है कि हर चीज हमको मिल जाए, चाहे किसी भी तरीके से हो।
खबरों के मुताबिक, कुल 9 लोग शपथ लेंगे। ऐसा बताया जा रहा है कि इसमें जदयू के तीन और बीजेपी के तीन मंत्री होंगे। वहीं एक निर्दलीय तथा एक जीतन राम मांझी की हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के मंत्री शपथ ले सकते हैं। संभावित नेताओं की सूची निम्नलिखित है-
नीतीश कुमार (मुख्यमंत्री)
सम्राट चौधरी (बीजेपी)
विजय सिन्हा (बीजेपी)
डॉ प्रेम कुमार (बीजेपी)
विजय कुमार चौधरी (जदयू)
विजेन्द्र प्रसाद यादव (जदयू)
श्रवण कुमार (जदयू)
संतोष कुमार सुमन (हम)
सुमित कुमार सिंह (निर्दलीय)