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ओपी राजभर के लिए बसपा ने बंद किए दरवाज़े, बताया स्वार्थी नेता

लखनऊ, ओम प्रकाश राजभर के लिए एक मायूसी वाली खबर सामने आ रही हैं, क्योकि बहुजन समाज पार्टी यानी बसपा ने उनके लिए अपने दरवाज़े बंद कर लिए हैं. दरअसल, बीते दिनों ओपी राजभर ने कहा था कि वे बसपा से गठबंधन करने की सोच रहे हैं. बता दें, बसपा ने न सिर्फ राजभर के […]

BSP on OP Rajbhar
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  • Last Updated: July 26, 2022 17:48:00 IST

लखनऊ, ओम प्रकाश राजभर के लिए एक मायूसी वाली खबर सामने आ रही हैं, क्योकि बहुजन समाज पार्टी यानी बसपा ने उनके लिए अपने दरवाज़े बंद कर लिए हैं. दरअसल, बीते दिनों ओपी राजभर ने कहा था कि वे बसपा से गठबंधन करने की सोच रहे हैं. बता दें, बसपा ने न सिर्फ राजभर के लिए अपने दरवाज़े बंद किए हैं बल्कि उन्हें एक स्वार्थी नेता भी बताया है.

बसपा का राजभर पर निशाना

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वहीं, बहुजन समाज पार्टी समन्वयक आकाश आनंद ने उन राजनीतिक दलों के नेताओं को झटका दिया, जो उनकी पार्टी प्रमुख मायावती के नाम पर राजनीति कर रहे थे, इशारों-इशारों में आकाश आनंद ने राजभर पर निशाना साधा है. मायावती के भतीजे आनंद ने एक ट्वीट में कहा, ‘पूरी दुनिया बसपा अध्यक्ष और यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के शासन, प्रशासन और अनुशासन की सराहना करती है. ऐसे में कुछ अवसरवादी ‘बहनजी’ के नाम पर अपनी राजनीतिक दुकानें चलाने की कोशिश कर रहे हैं. ऐसे स्वार्थी लोगों से आपको भी सावधान रहने की ज़रूरत है.’

क्या राजभर को रिटर्न गिफ्ट देने वाली है भाजपा?

सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर के सुर जब से भाजपा के लिए बदले हैं, तभी से ऐसी चर्चा शुरू हो गई है कि जल्द ही राजभर के बेटे अरविंद राजभर को भाजपा से विधान परिषद भेजे जा सकता है. वहीं, राजभर के करीबी सूत्रों की मानें तो जल्द ही अरविंद भाजपा ज्वाइन कर सकते हैं.

दरअसल, अचानक ही यूपी की राजनीति में नए संकेत देखने को मिल रहे हैं. जिस तरह से ओमप्रकाश राजभर ने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव पर हमला बोलना शुरू किया है और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ में वह कसीदे पढ़ रहे हैं, उससे यह साफ ज़ाहिर हो रहा है कि कहीं ना कहीं कोई बात बन रही है, कोई खिचड़ी पक रही है. विधान परिषद की 2 सीटों के लिए नामांकन का दौर शुरू हो चुका है और 11 अगस्त को इस पर वोटिंग भी होनी है. ऐसे में पूरी संभावना यह जताई जा रही है कि ओमप्रकाश राजभर अब भाजपा के हो चले हैं और अपने बेटे को भाजपा के कोटे से विधान परिषद भेज सकते हैं.