Called the affidavit fake: संसद में रिश्वत के बदले सवाल पूछने के आरोप के मामले में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सांसद महुआ मोइत्रा ने प्रधानमंत्री कार्यालय पर बड़ा आरोप लगाया है. हीरानंदानी के हलफनामे को फर्जी बताते हुए महुआ मोइत्रा ने कहा कि उनपर लगाए सभी आरोप पूरी तरह गलत है. उन्होंने कहा कि व्यापारी दर्शन हीरानंदानी का हलफनामा पूरी तरह से फर्जी है।
महुआ मोइत्रा ने आरोप लगाया कि ये सब प्रधानमंत्री कार्यालय ने हीरानंदानी को बंदूक की नोक पर मजबूरकर श्वेतपत्र पर हस्ताक्षर कराए है. टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने कथित तौर पर हीरानंदानी द्वारा संसद की आचार समिति को सौंपे गए हलफनामे की विश्वसनीयता पर भी सवाल उठाए हैं जिसमें लिखा गया है कि यह न तो आधिकारिक लेटरहेड पर है और न ही नोटरीकृत है।
सांसद महुआ मोइत्रा ने हलफनामे को लेकर कहा कि ये न तो आधिकारिक लेटरहेड है और न ही नोटरीकृत है. सांसद महुआ ने कहा कि देश के बड़े व्यापारियों में हीरानंदानी शामिल हैं और किसी श्वेतपत्र पर हस्ताक्षर क्यों करेंगे? ऐसा करने के लिए जब तक उसके सिर पर बंदूक नहीं रखी गई हो?
बता दें कि दिग्गज व्यापारी हीरानंदानी ने 19 अक्टूबर को एक पत्र लिखकर टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि उनके पास सांसद महुआ मोइत्रा का लोकसभा का ईमेल एक्सेस था जिससे वो खुद ही अदाणी के खिलाफ सवाल डाल देते थे. महुआ ने अदाणी पर बार-बार आरोप इसलिए लगाए थे ताकि वह पीएम मोदी की छबि को खराब कर सके।
केंद्र सरकार बनाएगी LGBTQIA+ समुदाय के लिए समिति, जानिए किसकी होगी अध्यक्षता
सेना की महिला अधिकारी अब चलाएगीं तोप और रॉकेट,आर्टिलरी रेजीमेंट में पहले बैच को मिला कमीशन