नई दिल्लीः कांग्रेस पार्टी ने आज यानी 2 अप्रैल को लोकसभा चुनाव 2019 के लिए अपना घोषणापत्र जारी कर दिया है. इस घोषणापत्र (Congress Manifesto) को जन आवाज नाम दिया गया है. इससे जनता को काफी उम्मीदें हो गई है. जिस तरह कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अपनी चुनावी रैली में बेरोजगारी, जीएसटी और अर्थव्यवस्था समेत कई मुद्दों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी सरकार पर हमलावर रहते हैं, ऐसे में लोगों को कांग्रेस से काफी उम्मीदें हैं. कांग्रेस ने इस घोषणापत्र को जारी करने से पहले इसे न्यू ट्रिस्ट विद डेस्टिनी (new tryst with destiny) बताया था. दरअसल आजादी के बाद प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के पहले भाषण को ट्रिस्ट विद डेस्टिनी कहा गया था.
माना जा रहा है कि कांग्रेस के घोषणापत्र में राइट टु हेल्थ, न्याय स्कीम, रोजगार, महिला आरक्षण बिल, 22 लाख नौकरियां, मिनिमम इनकम गारंटी स्कीम समेत कई अन्य मुद्दों को प्रमुखता दी गई है. कांग्रेस घोषणा पत्र में लाखों युवाओं को नौकरियां देने का वादा भी किया है. मालूम हो कि आगामी 11 अप्रैल से 19 मई तक सात चरणों में लोकसभा चुनाव होने हैं. कांग्रेस और बीजेपी समेत सभी पार्टियां जोर-शोर से चुनाव प्रचार में लगी है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अपनी हर रैली में जनता से तरह-तरह के वादे-दावे कर रहे हैं कि कांग्रेस की सरकार बनने पर वह बेरोजगारी खत्म कर देंगे.
राहुल गांधी ने कहा था कि जीएसटी के लिए नए नियम बनाएंगे. गरीबों और जरूरतमंदों को न्याय स्कीम के तहत हर साल 72 हजार रुपये देंगे जिससे 2 देश की 5 करोड़ फैमिली के 25 करोड़ लोग लाभान्वित होंगे. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अपने घोषणापत्र में मिनिमम इनकम गारंटी स्कीम, 22 लाख लोगों को रोजगार देने का वादा, स्वास्थ्य का अधिकार, किसानों की कर्जमाफी, जीएसटी नियमों में बदवाल, नीति आयोग को खत्म कर अलग आयोग बनाने की बात, महिलाओं को नौकरी में 33 फीसदी आरक्षण समेत दलितों और ओबीसी समुदायों के लिए कई वादे हैं.
राहुल गांधी ने एक चुनावी रैली में ये दावा किया था कि अगर लोकसभा चुनाव 2019 में कांग्रेस की जीत होती है और वह सत्ता में आती है तो हम जीडीपी का 6 फीसदी पैसा शिक्षा पर खर्च करेंगे. कांग्रेस की घोषणापत्र समिति के अध्यक्ष सीनियर नेता पी. चिदंबरम हैं.