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पूर्वेत्तर में ठंडी के मौसम में गर्मी का अहसास, फरवरी में होना है विधानसभा चुनाव

  कोलकाता : चुनाव आयोग ने जब से पूर्वेत्तर में विधानसभा चुनाव का ऐलान किया है तभी से ठंडी के मौसम में भी पूर्वेतर में लोग गर्मी महसूस कर रहे है. चुनावों के पहले दौर में त्रिपुरा में 16 फरवरी को चुनाव होगा वहीं मेघालय और नागालैंड में एक ही दिन यानि 27 फरवरी को […]

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  • Last Updated: January 21, 2023 21:04:36 IST

 

कोलकाता : चुनाव आयोग ने जब से पूर्वेत्तर में विधानसभा चुनाव का ऐलान किया है तभी से ठंडी के मौसम में भी पूर्वेतर में लोग गर्मी महसूस कर रहे है. चुनावों के पहले दौर में त्रिपुरा में 16 फरवरी को चुनाव होगा वहीं मेघालय और नागालैंड में एक ही दिन यानि 27 फरवरी को मतदान होगा. 2 मार्च को त्रिपुरा, मेघालय और नागालैंड में होगी वोटों की गिनती.

खूब चर्चा में मेघायल में टीएमसी

मेघालय में 27 फरवरी को मतदान होगा. पश्चिम बंगाल की सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस खूब चर्चा में है. आप को जनकार हैरानी होगी कि 2018 के विधानसभा चुनाव में टीएमसी का मेघालय में खाता भी नहीं खुला था. लेकिन वर्तमान में ममता बर्नजी के नेतृ्त्व वाली पार्टी टीएमसी मेघालय में मुख्य विपक्षी पार्टी है. विपक्षी पार्टी टीएमसी 2021 में अचनाक बन गई जब पूर्व सीएम मुकुल संगमा के नेतृत्व वाले 17 में से 12 विधायक संगमा के नेतृत्व में टीएमसी में शामिल हो गए. तीनों पर्वेत्तर राज्यों में जहां चुनाव हो रहा है उसमें ममता दीदी के लिए सबसे महत्तवपूर्ण मेघालय ही है. उनके इसलिए उम्मीद है कि पूर्व दिवंगत लोकसभा अध्यक्ष पीए संगमा के बेटे मुकुल संगमा मेघालय के लोकप्रिय नेता हैं. कहा जा रहा है कि ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी मुकुल संगमा से डील की है. मेघायल में कांग्रेस के बड़े नेता टीएमसी में शामिल हो चुके है. तृणमल कांग्रेस मेघालय में नंबर 2 पार्टी है.

संगमा टीएमसी को दिला पायेंगे जीत ?

बताय जा रहा है कि संगमा और अभिषेक बनर्जी के बीच अच्छे संबंध है. जो स्पष्ट रूप से तृणमूल कांग्रेस के लिए फायदेमंद होगा. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि हम मेघालय में भले ही सरकार न बना पाए लेकिन सम्मानजनक विपक्ष आराम से बना सकते है. वहां पर सरकार बनाने के लिए टीएमसी को आक्रामक प्रचार करना होगा. मुकुल संगमा तृणमूल कांग्रेस के विधायक दल के नेता हैं. वहीं पूर्व अध्यक्ष चालर्स पिंग्रोपे अब पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष हैं. संगमा गारो जाती से आते है वहीं पिंग्रोप खासी समुदाय से आते है. इन दोनों ही जातियों का मेघालय में अच्छा वोट प्रतिशत है. टीएमसी इन ही दो नेताओं के भरोसे मेघालय में जीत का दावा कर रही है.