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UP Politics: शिवपाल के बीजेपी में शामिल होने की अटकलों पर बोले केशव मौर्य- अभी वैकेंसी खाली नहीं है

UP Politics: लखनऊ, प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के अध्यक्ष और जसवंत नगर से विधायक शिवपाल यादव के भाजपा में शामिल होने की अटकलों पर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बड़ा बयान दिया है. उपमुख्यमंत्री मौर्य ने कहा कि अभी बीजेपी में फिलहाल ऐसी कोई वैकेंसी खाली नहीं है। मुख्यमंत्री योगी से मुलाकात के बाद शुरू […]

शिवपाल के बीजेपी में शामिल होने की अटकलों पर बोले केशव मौर्य- अभी वैंकेसी खाली नहीं है
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  • Last Updated: April 1, 2022 10:53:13 IST

UP Politics:

लखनऊ, प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के अध्यक्ष और जसवंत नगर से विधायक शिवपाल यादव के भाजपा में शामिल होने की अटकलों पर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बड़ा बयान दिया है. उपमुख्यमंत्री मौर्य ने कहा कि अभी बीजेपी में फिलहाल ऐसी कोई वैकेंसी खाली नहीं है।

मुख्यमंत्री योगी से मुलाकात के बाद शुरू हुई थी अटकलें

बता दे कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में दोबारा शपथ लेने के बाद योगी आदित्यनाथ से शिवपाल यादव ने मुलाकात की थी. दोनों नेताओं के बीच ये मुलाकात 20 मिनट से भी ज्यादा समय तक चली थी. इस मुलाकात के बाद से ही यूपी की राजनीति में अटकले लगना शुरू हो गई थी कि शिवपाल बीजेपी में शामिल हो सकते है और राज्यसभा सदस्य बन सकते है।

मुख्यमंत्री से कोई भी मुलाकात कर सकता है- केशव मौर्य

शिवपाल यादव के मुख्यमंत्री योगी से मुलाकात पर मीडिया से बात करते हुए उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य ने कहा कि योगी आदित्यनाथ पूरे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री है और उनसे कोई भी मुलाकात कर सकता है. चाहे वो राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ही क्यों न हो. उपमुख्यमंत्री ने आगे कहा कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव भी कई बार मुख्यमंत्री योगी से मुलाकात कर चुके है।

अखिलेश-शिवपाल के बीच खटपट फिर शुरू

गौरतलब है कि यूपी विधानसभा चुनाव 2022 से पहले पिछले साल दिसबंर में सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव ने कहा था कि उनके और चाचा शिवपाल के बीच सबकुछ ठीक हो गया है और अब वो एक साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे. लेकिन चुनाव नतीजे आने के बाद पुरानी कलह फिर से शुरू हो गई है. खबरों की माने तो विधानसभा चुनाव में सपा की हार के बाद शिवपाल यादव की इच्छा नेता प्रतिपक्ष बनने की थी, लेकिन अखिलेश यादव ने नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी पर खुद विराजमान हो गए और शिवपाल यादव को सपा विधायक दल की बैठक में बुलावा तक भी नहीं भेजा गया. जिसके बाद चाचा-भतीजे के बीच पुरानी खटपट फिर से शुरू हो गई.

बता दे कि 2017 विधानसभा चुनाव से पहले मुलायम परिवार में भारी कलह सामने आई थी. जिसके बाद शिवपाल यादव ने अपना रास्ता बदलते हुए नई पार्टी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का गठन कर लिया था।

 

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